अचानक क्यूं चमका धोनी का डूबता हुआ सितारा?

चंद महीने पहले की बात है, मीडिया से लेकर चाय दुकान तक महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाने की चर्चा आम थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया पर टीम इंडिया को मिली क्लीन स्वीप जीत से सारा खेल ही बदल गया है। आइये नजर डालते हैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस एक सीरीज से धोनी के जिंदगी में क्या बदला।

आलोचकों में मची तारीफ करने की होड़
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से पहले महेंद्र सिंह धोनी की कप्‍तानी में टीम इंडिया को 17 में से 10 टेस्‍ट मैचों हार मिली थी।

इंग्लैंड से घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद सुनील गावस्कर, कपिल देव, शेन वॉर्न आदि कई बड़े दिग्गजों ने कहा, बहुत हो गया, अब धोनी को टेस्ट कप्‍तानी से हटा देना चाहिए।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4-0 से मिली ऐतिहासिक जीत के बाद पूर्व क्रिकेटरों में धोनी की तारीफ करने की होड़ मच गई। गावस्कर ने तो यहां तक कह दिया कि धोनी से 2019 तक कप्तानी नहीं छिननी चाहिए।

धोनी ने सिखाया खेल का पाठ
कंगारुओं के खिलाफ क्लीन स्वीप जीत के बाद धोनी से पूछा गया कि क्या यह बदले वाली सीरीज थी, तो उन्होंने कहा, ‘यह मायने नहीं रखता कि यदि 4-0, 2-0 या 3-1 होती है। मैं ‘बदला’ जैसे शब्द (revenge) के बारे में नहीं सोचता।

सही मायने में खेल में ‘बदला’ शब्द नहीं होता है। इस पर बात करूंगा तो स्पिरिट ऑफ क्रिकेट की बात उठ जाएगी।’ मालूम हो कि पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया ने 4-0 टेस्‍ट सीरीज गंवाई थी।

अभी भी जीत का भूखा है ‘कैप्टन कूल’
dhoniऐतिहासिक जीत के बाद आमतौर पर कप्‍तान सहित पूरी टीम पूरे जोशों-खरोश से खुशी जाहिर करते हैं। गांगुली और सचिन इसके लिए खासे चर्चित रहे हैं। लेकिन ‘कैप्टन कूल’ धोनी इससे अलग हैं।

वे छोटी खुशियों पर ज्यादा इतराते नहीं हैं। जब उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में हार रही थी तब भी धोनी बहुत विचलित नहीं लग रहे थे। उनका यह बॉडी लैंग्वेज जाहिर करता है कि वे जीत के भूखे हैं। उनकी इच्छाएं असीमित है।

टीम तैयार करने की रखी नींव
धोनी पर अकसर आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने पूर्व कप्‍तान सौरभ गांगुली द्वारा तैयार टीम को कैश कर लिया।

गौर किया जाए तो यह संयोग मात्र है कि धोनी जब कप्‍तान बने तो वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, जहीर खान आदि पूरे शबाब पर थे।

इस सीरीज में धोनी ने मुरली विजय, रविंद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, आर अश्विन, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार जैसे खिलाड़ियों पर दांव खेलकर साबित कर दिया कि उन्होंने भविष्य के टीम इंडिया की नींव रख दी है।

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