
उदयपुर (लाहौल-स्पीति)। लाहौल घाटी में भारी बर्फबारी के बाद मौसम खुलने के साथ ही मरीजों और जरूरतमंद लोगों को घाटी से बाहर लाने के प्रयास तेज हो गए हैं। शुक्रवार को हेलीकाप्टर ने स्पीति घाटी के मुख्यालय काजा और स्तींगरी हेलीपेड के लिए दो उड़ान भरीं। इन दोनों उड़ानों में करीब 80 यात्री रोहतांग दर्रा से आरपार हुए।
घाटी में अभी सात मरीजों सहित चार सौ से अधिक लोग घाटी से बाहर निकलने की राह ताक रहे हैं। हेलीकाप्टर की अतिरिक्त उड़ान भरने के लिए जीएडी जिला प्रशासन से लगातार संपर्क बनाए हुए है। हेलीपेडों से बर्फ हटाते ही हेलिकाप्टर लाहौल के विभिन्न हेलीपेडों के लिए उड़ानें भरेगा। लाहौल घाटी में दो दिन से मौसम साफ चल रहा है। हेलीपेडों से बर्फ हटाने को लेकर मजदूर खूब पसीना बहा रहे हैं। स्तींगरी और उदयपुर हेलीपेड में मशीनों से बर्फ हटा दी है। तिंदी, तिंगरेट, चोखंग, बारिंग, रावा, तांदी (डायट)जिस्पा और सिस्सू हेलीपेड से बर्फ हटाने के प्रयास तेज हैं। तिंगरेट हेलीपेड के तहत एक मरीज के परिजन काफी समय से हेलीकाप्टर की राह ताक रहे हैं। डीसी वीर सिंह ठाकुर ने घाटी के तमाम हेलीपेडों से दो दिन के भीतर बर्फ हटाने को कहा है। वारपा पंचायत के पूर्व प्रधान सत्यप्रकाश, पूर्व जिप सदस्य सूरत राम, पूर्व बीडीसी सदस्य सत्यपाल ने सरकार से मांग की है कि मौसम खुलने के साथ ही लाहौल के तमाम हेलीपेडों के लिए उड़ान भरी जाए।