
रामपुर बुशहर। नगर परिषद ने इंदिरा मार्केट में प्रस्तावित पार्किंग का निर्माण कार्य हिमुडा से न कराने का फैसला लिया है। धरोहर राशि के तौर पर जमा कराए 60 लाख रुपये ब्याज समेत हिमुडा से वापस मांग लिए गए हैं। हिमुडा को राशि वापस लौटाने को पंद्रह दिन का समय दिया गया है। इस अवधि में राशि न लौटाने पर परिषद कानूनी कार्रवाई अमल में लाएगी।
नगर परिषद इंदिरा मार्केट में करोड़ों की लागत से छोटे वाहनों के लिए पार्किंग बना रही है। पार्किंग बनाने की जिम्मेवारी परिषद ने हिमुडा को सौंप रखी है। पूर्व सरकार के समय मंत्री द्वारा शिलान्यास रखे जाने के बावजूद हिमुडा ने काम शुरू नहीं किया। हिमुडा कभी ड्राइंग बदलता रहा तो कभी बजट का रोना रोता रहा। हिमुडा के इस रवैये और पार्किंग निर्माण में लगातार हो रही देरी पर आखिर नगर परिषद ने सख्त कदम उठा ही लिया। अब नगर परिषद हिमुडा से पार्किंग निर्माण किसी भी सूरत में कराने के मूड में नहीं है। अपने निर्णय पर आगे बढ़ते हुए परिषद ने हिमुडा को नोटिस भेजकर धरोहर राशि के तौर पर जमा कराए साठ लाख रुपये ब्याज समेत वापस मांग लिए हैं। कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हिमुडा काम के प्रति दिलचस्पी नहीं ले रहा है। देरी के कारण पार्किंग को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इसलिए नगर परिषद ने हिमुडा से काम वापस लेने का निर्णय लिया। नगर परिषद नेशनल हाईवे प्राधिकरण या फिर लोनिवि से पार्किंग बनवाएगी। उन्होंने हिमुडा को 15 दिन के भीतर धरोहर राशि वापस लौटाने के लिए कहा है। अगर हिमुडा राशि वापस नहीं लौटाएगा तो परिषद अपना पैसा वापस लेने को अदालत जाएगी।