
कुल्लू। जाड़े का बर्फ भले ही किसानों और बागवानों को बड़ी सौगात देने वाला हो लेकिन बर्फ की इस चांदी से सरकारी महकमों को करोड़ों की चपत भी लगी है। मौसम खुलते ही सिमटी बर्फ की चादर तले नुकसान की तस्वीर अब उबरकर सामने आ चुकी है। कुल्लू जिला में बर्फबारी से 22.76 करोड़ का नुकसान हुआ है। नुकसान का यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले दोगुना है। सरकारी महकमों ने नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी है।
कुल पौने 23 करोड़ के इस नुकसान में सबसे अधिक चपत लोनिवि महकमे को लगी है। लोनिवि को 19 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। कुल्लू मंडल एक और दो में 12 करोड़ की क्षति हुई है। आनी डिविजन को 7 करोड़ की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। नेशनल हाइवे अथारिटी को भी बीते साल की अपेक्षा तीन गुणा अधिक 60 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है। पिछले साल यह आंकड़ा 22.5 लाख था।
आईपीएच महकमे को भी तगड़ा झटका लगा है। जिला में 2.52 करोड़ रुपये की संपत्ति बर्फ की भेंट चढ़ गई। आनी डिविजन को एक करोड़ तथा कुल्लू एक और दो को डेढ़ करोड़ का झटका लगा है। विद्युत बोर्ड को 64.5 लाख रुपये का नुकसान बिजली के पोल और तारें टूटने से उठाना पड़ा है। कुल्लू और लाहौल में 28.5 लाख तथा आनी खंड में 36 लाख का नुकसान आंका गया है।
आईपीएच कुल्लू के अधीक्षण अभियंता राजेश कमल शर्मा ने कहा कि भारी हिमपात से विभाग की योजनाओं को 2.52 करोड़ की चपत लगी है। जिला में सबसे बर्फबारी का सबसे अधिक असर बाह्य सराज पर पड़ा है। यहां पर कुल 8.36 करोड़ का नुकसान हुआ है। यह बीते साल की अपेक्षा दोगुना है।
लोनिवि के अधीक्षण अभियंता विजय कपूर ने कुल्लू में 12 करोड़ तथा आनी के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने 7 करोड़ की क्षति होने की पुष्टि की है। विद्युत बोर्ड के अधीक्षण अभियंता प्रवेश ठाकुर ने कुल्लू में 28.5 लाख तथा आनी में तैनात बोर्ड के अधिशासी अभियंता एके तिवारी ने 36 लाख के नुकसान होने की बात कही है। एनएच के अधिशासी अभियंता सुनील कपूर ने इस बार 60 लाख की क्षति बताई है।