
शिमला। एसएफआई की जिला इकाई ने आरोप लगाया कि छात्र विरोधी और शिक्षा के निजीकरण के फैसले लेकर स्कूलों, कालेजों और विश्वविद्यालयों को बंद करने पर राज्य सरकार आमादा है। इकाई अध्यक्ष प्रेम कायथ और सचिव चंद्रकांत वर्मा का कहना है कि यह सब शिक्षा के निजीकरण को बढ़ावा देने की साजिश है। सबसे पहले प्राइमरी स्कूलों को बंद किया। उसके बाद युक्तिकरण कर जमा दो स्तर के स्कूलों को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। कालेजों की फीस बढ़ोतरी इसी षड्यंत्र का हिस्सा है।
एसएफआई ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह के फैसलों को बंद न किया गया तो सरकार के खिलाफ राज्य भर में उग्र आंदोलन किया जाएगा। स्कूलों में युक्तिकरण और स्नातक कक्षाओं की परीक्षा फीस में बढ़ोतरी के फैसले के खिलाफ के खिलाफ 13 और 14 दिसंबर को 24 घंटे हड़ताल की जाएगी। 15 दिसंबर से जिले भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। 1 जनवरी से धरने प्रदर्शन और रैलियों का क्रम शुरू किया जाएगा। 1 फरवरी को पूरे जिला भर में पूर्ण शिक्षा बंद कर युक्तिकरण का विरोध किया जाएगा