
कंवलजीत सिंह चुनाव मैदान से हट गए हैं और पार्टी प्रत्याशी के लिए काम करने का दावा कर रहे हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मध्यस्थता के बाद कहने को तो शहरी कांग्रेस का विवाद थम गया है लेकिन असल खेल अब शुरू हुआ है। कंवलजीत सिंह के नामांकन वापसी के बाद बदले समीकरणों को लेकर सभी की अपनी-अपनी राय है।