वर्क टू रूल से 423 रूट रद्द

शिमला : हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन कर्मियों के आंदोलन से प्रदेश भर में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वर्क टू रूल के तहत कर्मचारियों द्वारा 8 घंटे की ड्यूटी देने से शुक्रवार को करीब 423 रूट निलंबित होने की सूचना है। हालांकि समिति ने 550 रूट रद्द होने का दावा किया है लेकिन जिस तरह से रूट बंद हो रहे हैं उससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अगर जल्द इस बारे कोई नीति नहीं बनी तो यह समस्या इसी तरह बरकरार रहेगी। बीते तीन दिनों के दौरान प्रदेश में लगभग 888 रूट निलंबित हो चुके हैं और अब तक यह आंकड़ा 1311 तक पहुंच चुका है। प्रबंधन का कहना है कि खासकर शिमला, धर्मशाला और मंडी डिवीजन के तहत आने वाले क्षेत्रों में लोगों को बसों की कमी से जूझना पड़ रहा है।

सीटू ने किया परिवहन कर्मियों के आंदोलन का समर्थन
सीटू ने परिवहन कर्मियों के आंदोलन का समर्थन किया है तथा कहा है कि कर्मचारियों की मांगें जायज हैं। सीटू ने राज्य सरकार से मांग की है कि परिवहन कर्मियों की मांगों को जल्द पूरा किया जाए। सीटू के राज्य सचिव विजेंद्र मेहरा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण परिवहन क र्मचारी शोषित हैं। उन्होंने कहा कि वर्क टू रूल के कारण आम जनता को हो रही परेशानी के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है।

परिवहन निगम को भारी घाटे की आशंका
मांगों पर अड़े परिवहन निगम कर्मियों के मसले पर निगम प्रबंधन की वेबसी साफ झलक रही है। कर्मचारियों का यह आंदोलन निगम को किस दिशा में ले जाएगा, यह सबसे बड़ा प्रश्न है। वर्ष 1974-75 से अब तक 653.453 करोड़ रुपए तक पहुंच चुके संचित घाटे (एक्यूम्लेटिड लॉस) से जूझ रहे एचआरटीसी के समक्ष कर्मचारियों को मनाने और बसों से हर रोज मिलने वाले राजस्व को बनाए रखने की बड़़ी चुनौती है और अगर इसी तरह यह आंदोलन जारी रहा तो आने वाले दिनों में निगम के राजस्व में भारी कमी आ सकती है, वहीं कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने 26 नवम्बर को सभी कर्मचारियों द्वारा साप्ताहिक अवकाश करने की चेतावनी दी है। खर्चों की बात करें तो वर्ष 2003-8 के बीच डीजल व अन्य तेल पर आने वाला खर्च 554 करोड़ रुपए था, लेकिन 2012 में यह बढ़कर 672.62 करोड़ रुपए से अधिक हो गया है।

कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश देने की तैयारी
परिवहन निगम प्रबंधन सभी ऑप्रेशनल स्टाफ को साप्ताहिक अवकाश निर्धारित करने की तैयारी में है और इस संबंध में सभी डिवीजन और क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश जारी कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार इस व्यवस्था के तहत हर चालक, परिचालक और कुछ अन्य श्रेणी के कर्मचारियों को अगल-अलग दिन साप्ताहिक अवकाश दिया जाएगा।

सभी चालकों-परिचालकों और अन्य ऑप्रेशनल स्टाफ को साप्ताहिक अवकाश देने की हरसंभव कोशिश की जा रही है। इसके लिए सभी आरएम को निर्देश जारी कर दिए हैं।
धु्रव वशिष्ट, प्रबंध निदेशक एचआरटीसी

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