
रेलवे अस्पताल में डॉक्टरी परीक्षण पास कराने के लिए हो रही वसूली को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। अनुकंपा भर्ती के लिए मेडिकल कराने पहुंचे एक अभ्यर्थी को अस्पताल के कर्मचारी ने बुरी तरह पीटा। घटना को लेकर करीब घंटेभर अस्पताल में हंगामा होता रहा। बाद में घटना की सूचना पर पहुंचे अभ्यर्थी के भाई ने भी हंगामा किया। घटना की डिवीजन के अफसरों से शिकायत की गई है।
बताते हैं कि रेलवे कर्मचारियों के पाल्यों की अनुकंपा पर नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। इसमें ग्रुप डी और सी के पदों के लिए नियुक्ति की जानी है। शुरुआती जांच और परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का मेडिकल कराया जा रहा है। दिन में करीब दर्जनभर अभ्यर्थी रेलवे अस्पताल में जुटे थे।
इसी में नैनी के चाका निवासी शशि कुमार सिंह भी थे। उनके पिता बालेश्वर सिंह पोर्टर पर तैनात थे और अप्रैल में उनका देहांत हो गया। शशि के आरोप हैं कि अभ्यर्थियों को अस्पताल में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मी गौरी पर्चियां दे रहा था। पर्चियों के बदले 200 से 500 रुपए तक वसूली की गई। रकम देने में आनाकानी करने वाले अभ्यर्थियों को पर्चियां नहीं मिलीं।
उससे भी 500 रुपए मांगे गए। रकम देने से इनकार करने पर रेलकर्मी ने पर्ची तो रोकी ही। बदसलूकी पर भी उतर आया। बताते हैं कि घटना के वक्त रेलकर्मी का एक भाई भी मौके पर था, जिसने अभ्यर्थियों से रकम वसूले। कहासुनी के दौरान ही रेलकर्मी और उसके भाई ने अभ्यर्थी की पिटाई कर दी।
इससे घबराए शिव कुमार ने सेना में तैनात अपने एक भाई को बुला लिया। सेना के जवान से भी बदसलूकी हुई। इसके बाद मारपीट भी हुई। अन्य अभ्यर्थियों ने भी वसूली के आरोप लगाए। घटना के बाद मेडिकल परीक्षण बंद कर दिया गया। बता दें कि इसके पहले ग्रुप डी के मेडिकल में भी वसूली के आरोप लगे थे।
एनसीआर के सीपीआरओ संदीप माथुर ने कहा कि अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मी से कहासुनी की जानकारी मिली है। इसकी जांच के लिए सीएमडी को कहा गया है। कर्मचारी दोषी होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।