योजना 4.87 करोड़ की, बजट 18 लाख

रामपुर बुशहर। मुख्य शहर रामपुर के लिए 4.87 करोड़ से बनने वाली पेयजल योजना के लिए विभाग के पास सिर्फ 18 लाख है। ऐसे में कैसे इस योजना का काम सिरे चढ़ पाता? प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से लोगों को योजना के बनने की उम्मीद जगी है। विभाग ने भी बजट की डिमांड भेजी है। शहर की इस पेयजल योजना की नींव पूर्व भाजपा सरकार में आईपीएच मंत्री रहे रविंद्र रवि ने वर्ष 2011 में रखी थी। उस समय मंत्री कह गए थे कि योजना दो साल के अंदर तैयार की जाएगी। वास्तविकता यह है कि सरकार इसके निर्माण के लिए बजट का प्रावधान ही नहीं कर पाई। भाजपा सरकार ने इसके निर्माण के लिए सिर्फ 18 लाख ही दिए। पर्याप्त बजट के बिना फिर कैसे पेयजल योजना का काम सिरे चढ़ पाता? हाल ही में रामपुर में विधायक नंदलाल के साथ आयोजित बैठक में आईपीएच विभाग के अधिकारी ने जब यह कहा कि पेयजल योजना के लिए 18 लाख के बजट का प्रावधान है तो विधायक भी सुनकर हैरान रह गए।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने से लोगों को उम्मीद बंधी है कि योजना के लिए बजट उपलब्ध होगा। लेकिन सरकार बजट उपलब्ध करवा पाती है या नहीं यह देखना बाकी है। फिलहाल, पर्याप्त बजट न होने पर योजना का काम जल्द पूरा होता दिख नहीं रहा है। आईपीएच के अधिशासी अभियंता एसके शर्मा ने बताया कि बजट की डिमांड की गई है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त बजट मिल जाने पर इसका कार्य रफ्तार पकड़ेगा।

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