
लंदन: तालिबानों से लोहा लेने वाली 14 वर्षीय पाकिस्तानी मलाला यूसुफजई को बहादुरी के लिए और महिलाओं की शिक्षा के लिए आवाज उठाने की वजह से वीरता पुरस्कार से नवाजा गया। मलाला को यह पुरस्कार बीती रात हाउस ऑफ लॉर्डस के चोलमंडले रूम में ‘वल्र्ड पीस एंड प्रॉस्पेरिटी फाउंडेशन’ के अध्यक्ष प्रिंस अली खान ने प्रदान किया। मलाला की ओर से यह पुरस्कार ब्रिटेन में पाकिस्तान के उप-उच्चायुक्त एस जुल्फिकार गरदेजी ने ग्रहण किया। उन्होंने कहा, यह पुरस्कार मलाला को या उसके परिवार को ग्रहण करना चाहिए था। उनकी अनुपस्थिति में इसे ग्रहण कर मैं मलाला तक पहुंचाऊंगा।
तालिबान के हमले में गंभीर रूप से घायल हुई मलाला को ब्रिटेन के एलिजाबेथ हॉस्पिटल में इलाज के लिए 15 अक्तूबर को विमान से हॉस्पिटल लाया गया था। वीरता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले अन्य लोगों में एक प्रख्यात ब्रिटिश मुस्लिम मनोविज्ञानी, तुर्की के एक प्रख्यात शिक्षाविद तथा सांसद और एक आठ साल का बच्चा जोश अल्तमान आदि हैं। ‘वल्र्ड पीस एंड प्रॉस्पेरिटी फाउंडेशन’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रिंस अली खान ने कहा कि फाउंडेशन का उद्देश्य विश्व शांति एवं समृद्धि को आगे बढ़ाने तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया जाता है।