
दक्षिण कोरिया और जापान का कहना है कि उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय चेतावनी की अनदेखी करते हुए रॉकेट का परीक्षण किया है।
इस रॉकेट को स्थानीय समयानुसार नौ बजकर 49 मिनट पर पश्चिमी तट से छोड़ा गया। हालांकि इस बारे में अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि ये परीक्षण सफल रहा या नहीं।
उत्तर कोरिया का कहना है कि ये रॉकेट अंतरिक्ष में एक उपग्रह को ले जाएगा, लेकिन कई देशों का कहना है कि ये परीक्षण हथियारों के निर्माण को छिपाने की कोशिश है।
इससे पहले उत्तर कोरिया ने इसी साल अप्रैल महीने में भी रॉकेट परीक्षण किया था जो उड़ान भरते ही नष्ट हो गया था।
इस रॉकेट को उपग्रह को स्थापित करने से पहले कोरियाई प्रायद्वीप और चीन के बीच उड़ान भरना था जबकि दूसरे चरण में फिलीपींस के ऊपर से गुजरना था।
प्रतिक्रिया
जापानी सरकार का कहना है कि रॉकेट ओकीनावा प्रांत के ऊपर दिखाई पड़ा है। जापान ने अपनी सशस्त्र सेनाओं को रॉकेट परीक्षण के बारे में पहले से ही सतर्क कर रखा था।
जापान ने धमकी दी थी कि उसकी सीमा का उल्लंघन करने वाले किसी भी स्रोत को वो नष्ट कर देगा।
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्युंग बाक ने इस परीक्षण को देखते हुए अपने वरिष्ठ सलाहकारों की एक आपात बैठक बुलाई है।
इससे पहले दक्षिण कोरिया, अमरीका और दूसरे कई देशों ने उत्तर कोरिया से रॉकेट परीक्षण न करने की अपील की थी और चेतावनी दी थी कि इस तरह का परीक्षण संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के खिलाफ है जिसमें लंबी दूरी के रॉकेट परीक्षण पर प्रतिबंध लगाया गया है।