
सलूणी (चंबा)। मनरेगा में कामगारों को छह माह से मजदूरी नहीं मिल रही थी। कामगार मजदूरी के लिए बार-बार बीडीओ कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। कामगाराें को मनरेगा के तहत धनराशि बीडीओ कार्यालय न पहुंचने के कारण मजदूरी का पैसा नहीं मिल रही थी। इस वजह से इलाके में विकास कार्य पर भी विराम लग गया था। अब बीडीओ कार्यालय में मनरेगा के तहत एक करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं। इस पैसे से पहले कामगारों को मजदूरी का पैसा दिया जाएगा। उसके बाद पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों को शुरू करवाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार उपमंडल सलूणी में मनरेगा के काम के लिए एसडीएम सलूणी संजीव धीमान ने लगभग एक करोड़ जारी कर दिए हैं। इससे पिछले करीब छह माह से रुके मनरेगा के मजदूरों को दिहाड़ियों का पैसा मिलेगा। एसडीएम संजीव धीमान के पास सलूणी के बीडीओ का भी कार्यभार है। उन्होंने पिछले एक सप्ताह में विकास खंड की विभिन्न पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों को मनरेगा के लिए लगभग एक करोड़ के चेक जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों की शिकायतें आ रही थीं कि उनका मनरेगा का छह महीने का वेतन नहीं मिल रहा था। इसके चलते उन्होंने चेक बांट दिए हैं। उन्होंने उपमंडल की 46 पंचायतों के प्रधानों और सचिवों को यह निर्देश दिए हैं कि मनरेगा के मजदूरों का वेतन तुरंत दिया जाए और उसकी रिपोर्ट दी जाए। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने एमआईएस के कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए हैं।