
रोहड़ू। नगर परिषद रोहडू ने बाजार में सफाई किए बिना पांच महीने के बिल थमा दिए। बाजार में सफाई को ठेके पर देने की अक्तूबर से चली प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। लोगों ने नगर परिषद की ओर से जारी बिलों का भुगतान रोक दिया है। नगर परिषद के कई सदस्य भी बिना सफाई बिल जारी करने के हक में नहीं हैं। बिल जारी होने के बाद नगर परिषद के अधिकारियों की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है।
सफाई कर्मचारियों की कमी झेल रही नगर परिषद रोहड़ू ने अक्तूबर 2012 में बाजार की सफाई ठेके पर देने का निर्र्णय लिया था। इसके लिए व्यापारियों की सहमति तथा सर्वे भी किया गया। ठेके पर सफाई के लिए व्यापारियों से चालीस रुपये प्रति माह शुल्क वसूलने का निर्णय लिया गया था। नगर परिषद ने अभी तक बाजार में सफाई का कार्य ठेके पर नहीं दिया है। बाजार की सफाई नगर परिषद के नियमित कर्मचारी कर रहे हैं। चार दिन पहले नगर परिषद ने बाजार के सभी दुकानदारों को पांच महीने के सफाई बिल जारी कर दिए हैं। बिलों को देख कर लोग हैरत में हैं। बीते महीने नगर परिषद की बैठक के दौरान पार्षद अशोक चौहान ने ठेके पर सफाई करवाए बिना बिल जारी करने के निर्णय का विरोध किया है। अशोक चौहान ने कहा बाजार में नियमित कर्मचारी से सफाई करवाई गई है, ऐसे में बिल जारी करना उचित नहीं है। नगर परिषद के मनोनीत पार्षद पंकज सूद ने भी इस मामले को बैठक में उठाने की बात कही है। नगर परिषद अध्यक्ष राजकुमार नीटू ने बताया कि बाजार की सफाई ठेके पर देने के टेंडर करवा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद ठेके लेने वाले सफाई करेंगे। उन्होंने कहा कि जारी किए गए बिलों का लोगों को भुगतान करना होगा।