बारिश बनी वरदान पर खाद न मिलने से परेशान

गंगथ (कांगड़ा)। इलाके में रुक-रुक कर हो रही बारिश से बेशक किसानों के चेहरों पर खुशी झलक रही है। लेकिन खाद तथा बीज न मिल पाने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी साफ दिख रही हैं।
किसानों की मानें तो वे बिना खाद ही गेहूं की बिजाई करने पर मजबूर हैं। छोटे स्तर पर खेतीबाड़ी करने वाले गरीब किसान ब्लैक में ऊंचे दामों पर बेची जा रही खाद नहीं खरीद पा रहे। खाद (डाया) की बोरी को 1300 रुपए तक बेची जा रही है। जबकि सब्सिडी पर यह कम दामों पर उपलब्ध होती है। इस बार वर्षा के कारण किसानों ने बिजाई पहले शुरू कर दी है। अब हो रही बारिश का फायदा किसानों को मिलेगा। लेकिन डिपुओं में खाद-बीज न मिलने से उनकी परेशानी बढ़ गई है। किसान पवन कुमार, मदन लाल, कमल सिंह, सरदार सिंह, जरम सिंह, मांगो राम, चेतन सिंह, गगन सिंह, प्रवीन कुमार, शिव कुमार, रघुवीर सिंह, सुरजीत सिंह ने कहा कि किसानों को समय पर बीज तथा खाद न मिलने से बड़ी दिक्कत हो रही है।
उनका कहना है कि कई डिपू वाले तो यहां तक कह रहे हैं कि खाद का कोई फायदा नहीं होता है। किसानों ने यहां तक कहा कि डिपुओं में भेजे गए सामान की सख्ती से जांच हो, जिससे उपभोक्ताओं को सरकार द्वारा भेजे जा रहे अनाज तथा अन्य सामान की कालाबाजारी पर अंकुश लगाया जा सके।

मांग पर मिलेगी खाद : मंडोत्रा
इस बारे में कृषि विभाग के एसएमएस आरएस मंडोत्रा ने बताया कि डिमांड पर 40 बैग बीज गंगथ में भेजा जा चुका है। वहीं खाद के विषय पर उन्होंने बताया कि डिपुओं की डिमांड के आधार पर ही खाद दी जाती है। यदि मांग होगी तो खाद जरूर मिलेगी।

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