
सोलन। रेल किराए में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी का यात्रियों पर कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ेगा। यात्रियों का कहना है कि पहले ही कालका शिमला के रेल सफर के किराए बस से चार गुणा सस्ते हैं। ऐसे में अगर बीस फीसदी इजाफा किसे परेशान करेगा? जिसका सबसे बड़ा कारण है बढ़ते पेट्रोल दाम। रेल में यात्रा करने वाले लोगों का कहना है कि प्रदेश में जितना किराया बस में अदा करना पड़ता है। उससे चार गुणा कम किराया रेल में लगता है। यदि रेले किरायों में केंद्र सरकार की ओर 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती भी है तो किराया में अधिक से अधिक दो से तीन रुपये की वृद्धि होगी।
बस से सस्ती है रेल
मौजूद समय में हिमाचल पथ परिवहन निगम में कालका से शिमला का किराया 105 रुपये प्रति सवारी है जबकि रेल में कालका से शिमला तक जाने में 16 रुपये लिए जाते हैं। दोनों यात्रा सुविधा में रेल बस से अधिक सस्ती है जिसमें यात्री को इस महंगाई के जमाने में सीधे ही 70 प्रतिशत की बचत होती है। रोजाना सफर करने वाले अजय, धर्मेंद्र रधुविंद्र और रमन सलारिया आदि कहना है कि किराया बढ़ोतरी से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। शिमला कालका हेरिटेज में सफर करने वाले रेल किराए की परवाह नहीं करते। अकसर सैलानी ट्रैक में सुंदर पहाड़ियों का नजारा लेने के लिए हजारों रुपये खर्च कर शिमला पहुंचते हैं।
किराया बढ़ने पर लोगों की प्रतिक्रिया
समय सुबह 11.45 क लकता के अपनी रिजर्वेेशन का पता करने पहुंचे सोलन के ओमप्रकाश ने बताया कि 25 तारीख को कोलकत्ता के लिए रिजर्वेेशन करवाई थी। पता करने आया था कि 20 प्रतिशत रेल किराया बढ़ोतरी के बाद अधिक तो नहीं देने पड़ेंगे लेकिन यहां आक कर पता चला कि पहले रिजर्वेेशन करवाने वाले यात्रियों के वही रुपये लगेंगे जोकि रिजर्वेेशन के समय में रेल का किराया था।
समय 12.02 मिनट रेलवे स्टेशन पर शिमला से आ रही ट्रेन का इंतजार कर रहे जालंधर के मनमोहन गोयल ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में किराया बढ़ने से अधिक फर्क नहीं पड़ता। लोग हजारों रुपये व्यर्थ में खर्च कर देते हैं। एक दो रुपये से अधिक नहीं है बस किरायों के मुकाबले।
समय 12.15 पर रोजाना सोलन से शिमला तारा देवी जाने वाले रमेश चौहान कहना है कि रेल में अगर 30 प्रतिशत किराया बढ़ जाता है तो भी बस किराया से बहुत कम होगा। एक आम आदमी के लिए रेल यातायात का सस्ता साधन है।