
भरवाईं (ऊना)। चिंतपूर्णी के साथ लगते गांव नारी में पिछले एक माह से लोग जल के लिए जूझ रहे हैं। गांव में दो हैंडपंप लगाए गए हैं, लेकिन ये भी खराब पड़े हैं। आलम यह है कि पेयजल के लिए लोगों को अन्य क्षेत्रों से पानी भरने को मजबूर होना पड़ रहा है। जबकि आईपीएच विभाग के कर्मियों ने लोगाें की सुध तक नहीं ली है। पेयजल के गंभीर संकट के चलते रविवार को गांव में महिलाओं ने बच्चों सहित विभाग के प्रति गहरा रोष जताते हुए हल्ला बोल दिया।
महिलाओं ने बताया कि वह कुओं एवं बावड़ियों से पानी भरकर गुजारा करने पर मजबूर हैं। विभाग ने उनकी शिकायत पर कोई भी सुनवाई नहीं की हैं। आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ उन्हाेंने गांव में प्रदर्शन किया एवं बंद पडे़ हैंडपंपों के निकट खड़े होकर नारेबाजी कर रोष प्रकट किया। ग्राम पंचायत नारी की महिलाओं कमलेश, रेशमा देवी, कांता, संतोष, अंजना देवी, विद्या देवी, बिंदू रानी, होशियार सिंह, कर्म सिंह, मेघ सिंह, जनक राज सहित अन्य लोगों ने आईपीएच विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला। लोगाें ने चेतावनी दी है कि यदि गांव में शीघ्र पेयजल मुहैया नहीं करवाया तो वे आईपीएच विभाग के कार्यालय में प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। उधर, अधिशासी अभियंता हरेंद्र भारद्वाज ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं। ग्रामीणों को पेश आ रही समस्या का शीघ्र ही हल किया जाएगा।