
नाहन (सिरमौर)। नगर परिषद वाहनों के मामले में कंगाल हो गई है। सफाई व्यवस्था ढर्रे पर लाने के लिए जहां कम से कम नप को 5 से 8 वाहनों की सख्त जरूरत है, वहीं इस समय मात्र तीन वाहनों से ही गुजारा चल रहा है। नौबत यहां तक पहुंच गई है कि यदि परिषद ने जल्द ही सरकारी लोन नहीं लिया तो वाहनों का संकट और गहरा जाएगा। हालांकि विभाग इस मामले में ताल ठोक कर कह रहा है कि उसके पास वाहनों की संख्या काम चलाने लायक है।
नप का यह भी दावा है कि हाल ही में उसने लोन लेकर कुछ वाहनों को खरीदा है, जिनका इस्तेमाल शहर भर में सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने में किया जाएगा। नए वाहनों को खरीदने के लिए नप ने बैंक से लोन लेने की रणनीति पर पहले से ही विचार किया था। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने इस बात की पुष्टि की है।
नप की बात करें तो इस समय विभाग के पास पूरे 8 वाहन हैं। मगर 2 को छोड़ अन्य सभी वाहनों की हालत दयनीय है। शहर की सफाई का जिम्मा मात्र तीन वाहनों के कंधों पर है। नप के पास चालू हालत में मात्र एक ट्रैक्टर तथा एक डंपर पलेसर है। जबकि गिनती का एक और ट्रैक्टर कई दिनों से खराब पड़ा है। ऐसे में नाहन शहर तथा समीप के क्षेत्रों की सफाई मात्र दो वाहनों के भीतर ही समेटी जा रही है। नप के कुछ अधिकारियों ने वाहनों के संकट का मामला कई बार पार्षदों के जनरल हाउस में भी उठाया। मगर राजनीतिक कारणों के चलते समस्या हल नहीं हुई।
शहर के कुछ जानकारों ने इसे कुछ पार्षदों की सुस्त कार्य प्रणाली से भी जोड़ कर देखा है। बड़ा चौक निवासी विपिन अग्रवाल, गुन्नू घाट निवासी जय गोपाल, कच्चा टैंक निवासी राकेश वर्मा, शिमला रोड़ निवासी विपिन शर्मा, कुमार गली निवासी किशन सिंह, नया बाजार निवासी रमेश अग्रवाल, अमर पुर निवासी इकराम आदि का कहना है कि जिन पार्षदों को जनता ने चुन कर भेजा है लगता है वह शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर संजीदा नहीं हैं।
—–
बाक्स….
सफाई कर्मचारियों तथा सफाई वाहनों की दरकार
नाहन (सिरमौर)। मौजूदा हालातों तथा बढ़ती आबादी के लिए शहर को चकाचक रखने के लिए नप को कम से कम 5 वाहनों की आवश्यकता है। मगर मात्र 2 या 3 वाहनों से ही कार्य लिया जा रहा है। नप के पास सफाई कर्मचारियों की भी सख्त कमी है। जबकि शहर भर में काम करने के लिए 127 बीटें हैं।
——
बाक्स…
लोन लेकर खरीदा मात्र एक वाहन : ईओ
नाहन (सिरमौर)। नप के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि फिलहाल एक नया डंपर पलेसर नप ने लोन लेकर खरीद है। अन्य वाहनों की खरीद के लिए नए वित्त वर्ष 2013-14 में योजना सिरे चढ़ सकती है। फिलहाल नप के पास जो वाहन हैं उसी से काम चलाया जा रहा है।