
इंदौरा (कांगड़ा)। दूसरों की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले खुद असुरक्षित भवन में रहने को मजबूर हैं।
जी हां, 1906 में बना थाना इंदौरा का भवन जमींदोज होने की कगार पर है। अगर भूकंप का झटका आता है तो शायद ही भवन इसे सह पाए। विस क्षेत्र इंदौरा के विख्यात दानवीर चौधरी मल्ला सिंह ने क्षेत्र में अपने कार्यकाल मेें सैकड़ों कुएं, अस्पताल, सराय व अन्य भवन बनवाए। इनमें पुलिस थाना इंदौरा की इमारत भी शामिल है।
थाने में एकएसएचओ रूम, 2 एएसआई रूम, 1 एसआई रूम, एक एमएससी रूम, दो हवालात के कमरे, एक महिला तथा एक पुरुष के लिए बैठक, एक माल खाना है। सभी कमरें जर्जर हालत में है और बरसात के मौसम में इन कमरों में काम करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सरकार तथा संबंधित प्रशासन ने आज तक इस इमारत की ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया है। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग द्वारा अलग से सरकारी क्वार्टर रहने के लिए बनाए गए हैं। इनकी हालत भी संतोषजनक नहीं है। इनमें बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। लगभग 20 कनाल के दायरे में स्थित इंदौरा थाना में शौचालय और पीने के पानी सुविधा नाममात्र के बराबर है। यहां तक कि कर्मचारियों की खाने की सुविधा के लिए रसोई की व्यवस्था तो है लेकिन कोई नियमित रसोइया नहीं है। इसके चलते पुलिस वालों को बाहर खाना पड़ता है। वहीं इस थाने के तहत पंजाब की सीमा के नजदीक दो पुलिस चौकियां एक ढांगूपीर और दूसरी ठाकुरद्वारा स्थित है, दोनों ही चौकियों की इमारत की हालत भी दयनीय हो चुकी है। ऐसे में कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।
सरकार को भेजेंगे प्रस्ताव : एसपी
वहीं एसएसपी दिलजीत सिंह ठाकुर ने बताया कि थाना इंदौरा, ढांगुपीर चौकी, ठाकुरद्वारा चौकी तथा अन्य समस्याएं उनके ध्यान में है। उपरोक्त समस्याओं के बारे में तथा नए भवन निर्माण को लेकर प्रस्ताव तैयार करतुरंत सरकार को भेजा जाएगा, जिससे थाना में तैनात पुलिस अधिकरियों/कर्मचारियों को दिक्कतों का सामना न करना न पड़े।