
पटियाला पातड़ां में गैंगरेप के बाद लड़की के आत्महत्या करने के मामले में शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य शमीना सफीक गांव पहुंची और उन्होंने यहां एक बड़ा खुलासा कर सभी को चौंका दिया।
शमीना ने कहा कि उन्होंने पीड़ित परिवार से बातचीत की। परिवार ने बताया कि बुधवार रात गैंगरेप की शिकार लड़की के आत्महत्या कर लने के बाद घग्गा थाना इंचार्ज गुरचरण सिंह अपने कुछ कर्मचारियों के साथ उनके पास आया था।
गुरचरण सिंह ने परिवार से कहा कि पांच लाख रुपये लेकर समझौता कर लो। अब तक नहीं किया और अब इसका अंजाम देख लिया। सफीक ने इस मामले में कड़ा नोटिस लेते हुए कहा कि लोगों की रक्षक पुलिस ही अगर ऐसे बातें करें, तो आम जनता का क्या होगा।
ऐसा होना पुलिस की हैवानियत को दिखाता है। सफीक ने कहा कि वह बहुत ज्यादा दुख महसूस कर रही हैं कि एक लड़की इंसाफ पाने के लिए इतने दिन थानों के चक्कर लगाती रही। अंत में पुलिस की ओर से कार्रवाई न होने पर उसे आखिरकार आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठाना पड़ा।
यह था मामला
पातड़ां के एक गांव में 13 नवंबर को लड़की से गैंगरेप के बाद पुलिस की ओर से कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब 27 नवंबर को केस दर्ज किया, तो आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। इससे हताश होकर बुधवार रात को पीड़ित लड़की ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी।