
भोरंज(हमीरपुर)। कथेड़ा गांव के युवक की गोली लगने से हुई मौत को लेकर डीएसपी मदन लाल ने मृतक के परिजनों और ग्रामीणों के पक्ष को सुना। मामले में ग्रामीण पुलिस पर कोताही बरतने का आरोप लगा रहे हैं। सुनवाई के दौरान ग्रामीण ड्राइवर और आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाने की मांग पर अडे़ रहे। हालांकि पिछले दिन धरने पर बैठी महिलाओं को पुलिस ने आरोपियाें को घटना स्थल पर ले जाने का आश्वासन दिया था। लेकिन आरोपियों ने घटना स्थल पर जाने से साफ मना कर दिया। पुलिस टैक्सी चालक को भी घटना स्थल पर ले जाने में असमर्थ रही। महिलाओं की जिद करने पर डीएसपी ने उन्हें थाने चलकर आरोपियों से पूछताछ करने को कहा। थाने पहुंचकर महिलाओं ने आरोपियों पर सवालों की झड़ी लगा दी। महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी ढीली कार्रवाई के कारण आरोपी की जमानत तक हो गई। पुलिस अन्य तीन आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ सकी।
महिलाओं ने पुलिस से सवाल किया कि खून से सने अनिल कुमार के कपडे़ आखिर कहां गए। आरोपी ने इस घटना की संपूर्ण जिम्मेदारी लेते हुए महिलाओं को शांत करवाना चाहा। इसी बीच महिलाओं ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया कि अनिल की सीएचसी भोरंज में बनी फाइल कहां गई। पुलिस महिलाओं के सवालों का जवाल देने में बेबस नजर आई। बाहनवीं पंचायत उपप्रधान रोशन लाल ने कहा कि घटना के संबंध में पुलिस थाना क्षेत्र में पूछताछ करती रही। लेकिन उसने स्थानीय पंचायत को जानकारी देना उचित नहीं समझा। इस दौरान कांग्रेस नेता सुरेश कुमार, पंचायत प्रधान इंदूबाला सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
उधर, डीएसपी हमीरपुर मदन लाल का कहना है कि पुलिस ने मामले के सभी पक्षों को सुना है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच स्पेशल इनवेस्टिीगेशन टीम से करवाई जाएगी।