
रामपुर बुशहर। सुुमित्रा की मौत के मामले में रामपुर के खनेरी अस्पताल के चिकित्सक भी लपेटे में आ सकते हैं। चिकित्सकों की लापरवाही पर संदेह इसलिए भी गहरा होता जा रहा है कि चिकित्सकों की रिपोर्ट के अनुसार महिला को शरीर के निचले हिस्से में चोटें आई थीं। जबकि, महिला की मौत के बाद पुलिस जांच में पाया गया कि महिला के शरीर में ऊपरी भाग पर भी चोटें थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि डाक्टरों ने महिला की पूरी तरह से जांच क्यों नहीं की? अगर महिला इतनी गंभीर थी तो उसे शिमला रेफर करने के बदले घर क्यों भेजा गया?
सुमित्रा की 26 दिसंबर को कुछ लोगों ने पिटाई की थी, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं थी। रामपुर के खनेरी अस्पताल में चिकित्सकों ने महिला को 28 दिसंबर को घर भेज दिया था और पुलिस को दी रिपोर्ट में कहा था कि महिला के शरीर के निचले हिस्से में चोटें लगी हैं। लेकिन, महिला की मौत के बाद पाया गया कि महिला के शरीर के ऊपरी हिस्से पर भी चोटें आई हैं, जो रामपुर अस्पताल के चिकित्सकों की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रहा है।
इधर, डीएसपी रामपुर आरपी जसवाल का कहना है कि पुलिस अभी आईजीएमसी से पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर चिकित्सक की लापरवाही के खिलाफ कोई मामला दर्ज करवाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।