
पालमपुर (कांगड़ा)। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं सांसद शांता कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार आवश्यक क्षेत्रों में निवेश में उत्साह नहीं दिखा पा रही है। जबकि रेलवे, वायु सेवा, सुरक्षा, पावर सेक्टर आदि क्षेत्रों में विदेशी निवेश की अत्यंत जरूरत है। शुक्रवार को राज्य सभा में ‘मल्टी ब्रांड रिटेल सेक्टर’ में विदेशी निवेश पर जारी चर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि हिमाचल की सीमाएं चीन से लगती हैं। सरकार सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट-लेह लद्दाख रेल लाइन के निर्माण के लिए विदेशी निवेश की आवश्यकता नहीं समझती। जबकि, हिमाचल सरकार ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट-लेह लद्दाख रेल लाइन के निर्माण के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया था।
चीन ने रेल लाइन सीमाओं तक पहुंचा दी है। लेकिन भारत सरकार इस मामले में धन की कमी के कारण कुछ भी कर पाने में असमर्थ है। सरकार ऐसे अति महत्वपूर्ण क्षेत्र में निवेश के लिए प्रयास क्यों नहीं कर रही? उन्होंने कहा कि भारत हर साल अरबों करोड़ों रुपए के शस्त्र खरीदता है, लेकिन रक्षा क्षेत्र में एफडीआई की छूट दी जाए तो भारत में ही आधुनिक शस्त्र तैयार किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियां जिन क्षेत्रों में लूट करना चाहती हैं, सरकार उन क्षेत्रों में विदेशी निवेश की अनुमति दे रही है। शांता ने कहा कि गरीबों को सस्ती दवाइयां दिलवाने के लिए मंत्री समूह का एक दल गठित किया गया था जिसने सात साल तक कोई भी निर्णय नहीं लिया। इसका कारण केवल बहुराष्ट्रीय कंपनियों का दबाव रहा है। उन्होंने कहा कि दवाई उद्योग में विदेशी निवेश की अनुमति से भारत सरकार को सबक लेना चाहिए।