चीन की अमेरिका, जापान को चेतावनी

बीजिंग: चीन के वर्तमान राष्ट्रपति हू जिंताओ ने देश के नाम आखिरी संदेश में कहा है कि शांतिपूर्ण विकास के पथ पर आगे बढ़ने की चीन के लोगों की प्रतिबद्धता कभी नहीं डिगेगी, अंतर्राष्ट्रीय हालात में चाहे जितनी अस्थिरता आ जाए साथ ही वो ‘जिम्मेदार महाशक्ति’ की भूमिका निभाता रहेगा। हालांकि यह भारत के लिए भी एक चेतावनी है।

हू जिन्ताओ ने आज नव-वर्ष के अवसर पर देश के नाम अंतिम संदेश दे रहे थे। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वैश्विक आर्थिक संकट के गंभीर प्रतिकूल प्रभावों से अप्रभावित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था सुधारों की राह पर आगे बढ़ती रहेगी और अर्थव्यवस्था में खुलापन लाएगी, साथ ही ‘जिम्मेदार महाशक्ति’ की भूमिका निभाती रहेगी।

बतौर राष्ट्रपति नव-वर्ष के अपने अंतिम संबोधन में हू ने कहा कि अपने आर्थिक विकास को और मजबूत बनाने के लिए चीन सुधारों को जारी रखेगा, अर्थव्यवस्था में और खुलापन लाएगा और स्वतंत्र खोज व नवोन्मेष जारी रखेगा । उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी के नए नेतृत्व में चीन सामान्य समृद्ध समाज के निर्माण कार्य को पूरा करेगा।

हू ने कहा कि चीन को वर्ष 2012 में अर्थव्यवस्था में खुलापन लाने और सुधारों को लागू करने में ‘असाधारण उपलब्धियां’ हासिल हुई हैं। यह वर्ष देश के संपूर्ण विकास के नजर से काफी बेहतर रहा है।

चीन के वर्तमान उपराष्ट्रपति शी चिनफिंग मार्च में औपचारिक रूप से हू जिन्ताओ का स्थान लेंगे। 59 वर्षीय शी को पिछले वर्ष नवंबर में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का महासचिव चुना गया।

राष्ट्रपति ने कहा कि चीन के लोग हमेशा आगे बढ़कर विश्व शांति और विकास को बढ़ावा देते हैं।

Related posts