
अंबेडकरनगर। जिले में गरीबों के लिए आए राशन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार प्रात: भी बीपीएल कार्ड धारकों के लिए आए राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। खुले बाजार में बिक्री के लिए ले जाते समय 11 कुंतल 50 किलो गेहूं ग्रामीणों ने पकड़ लिया। सूचना मिलने पर पहुंचे विभागीय अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए गेहूं सीज कर दिया और ग्रामीणों की सुपुर्दगी में कर दिया। मामले की जांच शुरू कर दी गयी है।
जनपद में राशन की कालाबाजारी का धड़ल्ले से जारी है। इसे रोकने के लिए विभागीय अधिकारी गंभीर नहीं हैं। दरअसल पूर्व में कई बार कालाबाजारी के लिए ले जाने वाले राशन को पकड़ा गया, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हो सका। नतीजतन गरीबों के लिए आया राशन खुले बाजार व आढ़तियों के हाथों धड़ल्ले से बिक रहा है। खास बात यह है कि अब तक कालाबाजारी के लिए ले जाने वाले राशन को प्राय: ग्रामीणों द्वारा ही पकड़ा गया है। विभागीय अधिकारियों द्वारा कालाबाजारी रोकने के लिए सिर्फ दावे ही किए जाते हैं, लेकिन कोई सार्थक पहल नहीं की जाती। इसी का नतीजा है कि मंगलवार को भी साढ़े 11 कुंतल 50 किलो गेहूं कालाबाजारी के लिए ले जाते हुए पकड़ा गया।
जानकारी के मुताबिक मंगलवार प्रात: अकबरपुर थाना अंतर्गत चनहा चौराहा के निकट बदलपुर गांव के समीप एक पिकअप वाहन पर गेहूं की बोरियां लदी हुई ग्रामीणों को दिखाई दी। कालाबाजारी किए जाने के शक में ग्रामीणों ने वाहन को रोक लिया। वाहन पर कटरिया सम्मनपुर के कोटेदार का पुत्र बैठा हुआ मिला। ग्रामीण वाहन को कटरिया सम्मनपुर मोड़ के पास ले आए और पूरा गेहूं वहीं उतरवा लिया। साथ ही इसकी जानकारी एसडीएम सहित खाद्य विभाग के अधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर आनन फानन में प्रभारी पूर्ति निरीक्षक आशुतोष व नायब तहसीलदार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। साथ ही गेहूं को सीज करते हुए उसे पूर्व प्रधान बाबूराम वर्मा की अभिरक्षा में दे दिया। उधर वाहन रोके जाने के तत्काल बाद कोटेदार का पुत्र मौके से भागने में सफल रहा। निरीक्षक ने बताया कि कोटेदार से आवश्यक अभिलेख मांगने पर वह किसी प्रकार का अभिलेख नहीं सौंप सका। बताया कि इसकी जानकारी उन्होंने एसडीएम को दे दी गई है।