
मंडी। जिला फुटबाल संघ मंडी की वार्षिक बैठक में फुटबाल के स्तर को सुधारने पर चर्चा की गई। इस दौरान जिला फुटबाल संघ ने हिमाचल फुटबाल संघ द्वारा प्रदेश में फुटबाल के स्तर को सुधारने के लिए गैर हिमाचली खिलाड़ियों को भाग लेने के निर्णय का कड़ा विरोध किया। संघ के सचिव देवेंद्र कैंथ ने कहा कि प्रदेश फुटबाल संघ के इस निर्णय से प्रदेश के खिलाड़ियों को विभिन्न राष्ट्रीय फुटबाल प्रतियोगिताओं में भाग लेने से वंचित होना पड़ेगा और उनके भविष्य पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश फुटबाल संघ द्वारा बीते दो वर्षों से प्रदेश में अपने स्टेडियम बनाने का राग अलापा जा रहा है, परंतु वास्तविकता यह है कि इस अंतराल में प्रदेश के किसी भी हिस्से में एक इंच भूमि का स्टेडियम के लिए अधिग्रहण नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के फुटबाल प्रेमियों को गुमराह किया जा रहा है। बैठक में प्रदेश फुटबाल संघ द्वारा प्रदेश के अनुभवी प्रशिक्षकों को दरकिनार करने तथा उनके स्थान पर अप्रशिक्षित विदेशी प्रशिक्षकों को अधिमान देने का भी कड़ा विरोध किया गया। सचिव देवेंद्र कैंथ ने कहा कि प्रदेश संघ के इस निर्णय से प्रदेश में कार्यरत फुटबाल प्रशिक्षकों की योग्यता पर प्रश्न चिन्ह लगा है। उन्होंने कहा कि संघ ने जिले में फुटबाल को गति प्रदान करने तथा ग्रास रूट पर खिलाड़ियों को तैयार करने के उद्देश्य से अप्रैल में मिनी जिला फुटबाल प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस प्रतियोगिता से चुने हुए खिलाड़ियों का प्रशिक्षण शिविर भी लगाया जाएगा। संघ ने प्रदेश फुटबाल संघ के पूर्व सचिव इंद्र ठाकुर के आकस्मिक निधन पर गहरा दु:ख प्रकट किया। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। इस मौके पर क्लब के सीनियर वाइस प्रेजीडेंट, केएम तिवारी, वित्त सचिव राजीव शर्मा, राजेंद्र गुप्ता, सुरेश शर्मा, अनिल शर्मा और परमानंद सैनी शामिल थे।