
ऊना। जिले के दो अलग-अलग स्थानों पर धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। गगरेट में हुई एक घटना में धोखे से जमीन बेचने का मामला सामने आया है, जबकि ऊना में बस की खरीद-फरोख्त मामले में जालसाजी करने का खुलासा हुआ है। दोनों मामलों में पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन आरंभ कर दी है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार गगरेट के अंतर्गत संजीव कुमार पुत्र मदन लाल निवासी गगरेट ने शिकायत दर्ज करवाई है कि सरदारी लाल ने अपनी बहन अनूपा का जाली मुखत्यारनामा पेश करके उसके हिस्से की जमीन उसे बेच दी और फिर उसी जमीन को सरदारी लाल की बहन अनूपा ने 2002 में उसी नंबर में से अपना हिस्सा चंदन शर्मा को बेच दिया। जब उसने सरदारी लाल से इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि यह उनकी बहन की गलती से हुआ है। आप कोर्ट में केस कर दो। चंदन शर्मा की रजिस्ट्री कैंसल हो जाएगी। इस पर संजीव कुमार ने मुकदमा दायर किया था। उसका फैसला 31 मार्च 2012 हुआ कि सरदारी लाल ने गलत मुखत्यार नामा लेकर जमीन बेची है। पुलिस ने इस संदर्भ में सरदारी लाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के अंतर्गत मामला दर्ज किया है।
उधर, दिनेश कुमार पुत्र जुगल किशोर निवासी वार्ड नंबर-चार (ऊना) ने शिकायत दर्ज करवाई है कि उसने विनय कुमार पुत्र नंद लाल निवासी पीर सलूही से तीन लाख रुपये में बस लेने का सौदा किया। इस बारे में 26 अप्रैल 2013 को उसने 50 हजार रुपये ब्याना दे दिया। 29 अप्रैल 2013 को विनय, सुनील राणा पुत्र जापान सिंह निवासी पीर सलूही जिला कांगड़ा, अनिल कुमार पुत्र रिखी राम निवासी करमाली थाना बंगाणा, नंद लाल निवासी पीर सलूही जिला कांगड़ा, सतपाल निवासी पीर सलूही जिला कांगड़ा ने उस पर दबाव डाल कर उससे ढाई लाख रुपये भी ले लिए, लेकिन आज दिन तक गाड़ी के कागजात तैयार करके नहीं दिए। पुलिस ने इस संदर्भ में आईपीसी की धारा 411, 420, 120बी और 34 के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया है। एसपी खुशहाल शर्मा ने दोनाें मामलों की पुष्टि की है। उन्हाेंने कहा कि दोनों मामलाें की छानबीन आरंभ कर दी गई है।