खुले में फेंकी दवाइयों की खेप

बिझड़ी (हमीरपुर)। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संपूर्ण स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखाया जा रहा है। वहीं विभागीय आदेशों की भी अवहेलना की जा रही है। बिझड़ी सलौणी सड़क मार्ग के किनारे सोहारी में विभाग द्वारा खराब दवाइयों की खेप सड़क के किनारे फेंकी गई हैं। पर्यावरण दूषित हो रहा है। विभागीय नियमों को भी दरकिनार किया गया है। सवाल खड़ा होता है कि आखिर दवाइयों को फेंकने की नौबत क्यों आई। दवाइयों का समय पर उपयोग क्यों नहीं किया गया। जरूरत मंद मरीजों को आवंटित क्यों नहीं की गईं?
बिझड़ी सलौणी सड़क मार्ग पर शुक्रवार को एक्सपायर दवाइयों का बड़ा जखीरा सड़क किनारे फेंका गया है। सभी दवाइयां एक डिब्बे में पैक हैं। सभी दवाइयां 2012 को एक्सपायर हो चुकी हैं। ऐसे में विभाग की कार्यप्रणाली की पोल खुलकर सामने आ गई है। हैरत करने वाली बात तो यह है कि विभाग द्वारा दवाइयों को सड़क मार्ग के साथ ही फेंक दिया गया है जिन्हें कोई भी आसानी से उठा सकता है। नियमों के अनुसार विभाग को एक्सपायर दवाइयों को योजनाबद्ध तरीके से डिस्ट्राय करना होता है जिससे पर्यावरण दूषित न हो और खराब दवाइयां का कोई सेवन न कर सके लेकिन विभाग ने सड़क किनारे दवाइयों को खुले में फेंककर सभी नियमों को ठेंगा दिखा दिया है।
उधर, बिझड़ी स्थित मेडिकल अधिकारी डा. संजय शर्मा का कहना है कि यह दवाइयों का जो वैच है वो पीएचसी का नहीं है। फि र भी अगर किसी ने सड़क के किनारे एक्सपायर दवाइयां फैं की हैं तो गलत है। वहीं सीएमओ हमीरपुर एसके सोनी का कहना है कि सड़क किनारे ओवर डेट दवाइयां फें कना गैर-कानूनी है। उन्होंने कहा कि ड्रग इंस्पेक्टर को उक्त स्थल पर भेजा जाएगा और दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

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फेंकी गई खराब दवाइयों की सूची
सड़क किनारे फेंकी गई दवाइयों में रैपिडैक्सीन टैबलेट बैच नंबर 000813, को-ट्राईमोक्साजोल बैच नंबर एस-246, आईड्राप्स टैमीजैन-एस बैच नंबर टीएडी 2003, एट्रोपाईन सल्फेट (इंजेक्शन) बैच नंबर वी 10080, सिफ ालेक्सिन कैप्सूल बैच नंबर 101309, स्विलोरिक केएसडब्लू 11013, इनामैक्स-50 बैच नंबर ईएन-40, फ ोलिक एसिड एंड फे रस सल्फे ट टेबलेट बीएन 00803, साल्ब्युटामोल सल्फे ट बैच नंबर एसबी-411 आदि शामिल हैं। सभी दवाइयां 2012 को एक्सपायर हो चुकी हैं। विभाग के लाखों रुपए भी बर्बाद हुए हैं।

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