कोलडैम के खिलाफ विस्थापितों का हल्ला

बरमाणा (बिलासपुर)। कोलडैम जल विद्युत परियोजना में विस्थापितों एवं प्रभावितों को आंदोलन 13 वें दिन में प्रवेश कर गया है। सोमवार को हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों ने हरनोड़ा के अलावा आईटीडी कंपनी के कार्यालय की बाउंडरी कयाण में धरना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक इलाके में धारा 144 नहीं हटाई जाती, वे हड़ताल पर बैठे रहेंगे।
एनटीपीसी और प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए माहौल को गरमा दिया। कयाण में करीब तीन घंटे तक धरना दिया गया। उधर, परियोजना प्रबंधन की ओर से अभी तक विस्थापितों को किसी भी तरह का आश्वासन नहीं मिला है। इससे हड़ताल कर रहे लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। प्रदर्शन के दौरान बीरबल ठाकुर, सोहन लाल और श्रवण कुमार ने कहा कि जब तक 144 नहीं हटाई जाती तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा। शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करना उनका लोकतांत्रिक हक है।
हरनोड़ा में धरने पर बैठे सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए नंद लाल ठाकुर, प्रेम लाल ठाकुर, बाबू राम ठाकुर, रामजी ठाकुर और जोगिंद्र ठाकुर ने कहा कि विस्थापित एवं प्रभावितों ने मांगों को मनवाने के लिए लोकतांत्रिक तरीका अपना है। इसके लिए धरना व हड़ताल मात्र जरिया है। जिला प्रशासन को बातचीत के जरिए समस्या का समाधान करना चाहिए, न कि 144 धारा लगाकर विवाद बढ़ाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन ने धारा 144 लगाकर आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया है, जो होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती आंदोलन जारी रहेगा। चारों जिलोें के विस्थापित एक मंच पर एकत्रित होकर परियोजना के खिलाफ हल्ला बोलेंगे।

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