कॉल ड्रॉप और अनवांटेड मैसेज से चूना!

ऊना। उपभोक्ताओं को बेहतर एवं सस्ती सुविधाएं देने का दम भरने वाली निजी सेलुलर कंपनियां असल में उपभोक्ताआें को लाखों का चूना लगा रही हैं। इन दिनों उपभोक्ताओं को कॉल ड्रॉप एवं अनवांटेड मैसेज के माध्यम से लूटा जा रहा है। हालत ऐसी है कि कई कंपनियां मोबाइल पर बिना उपभोक्ता की मर्जी से कई सेवाएं लगाकर उनकी राशि उड़ा रही हैं। जिससे उपभोक्ता पूरी तरह से बेखबर होता है। मुनाफा कमाने की होड़ में सेलुलर कंपनियां उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डाल रही हैं।
जिले के उपभोक्ताओं में राहुल कुमार, अमनदीप, हितेश कालिया, अमित सेखड़ी, रणजीत सिंह ठाकुर, रणवीर राणा, अमित शर्मा, विक्रम गर्ग, राहुल धीमान, विपिन कुमार, सतीश कुमार, सुखवीर सिंह, विजय कुमार का कहना है कि कॉल ड्रॉप का सिलसिला लगभग हर संचार कंपनी पर चल रहा है। जिससे बात तो हो नहीं पाती, अपितु पैसे जरूर कट जाते हैं। इसके अतिरिक्त कई बार उन्हें मोबाइल पर बिना कोई कार्रवाई किए ही सेवाएं आरंभ कर दी जाती हैं, जिन पर 15 से 30 रुपये प्रति माह के हिसाब से राशि चुकानी पड़ जाती है। जबकि कंपनियों के कस्टमर केयर से इस संदर्भ में बात करने पर भी कोई हल नहीं निकल पाता है। उपभोक्ताओं का कहना है कि टेलीकॉम रेगुलरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) को इस संदर्भ में कारगर कदम उठाते हुए उपभोक्ताआें को ऐसा चूना लगने से बचाना चाहिए।

क्या है कॉल ड्रॉप
कई मर्तबा उपभोक्ता जब किसी को फोन करते हैं तो न उन्हें कोई घंटी सुनाई देती है, न ही फोन सुनने वाले की आवाज। हैरत तब होती है जब कॉल करने वाले उपभोक्ता के पैसे कट जाते हैं।

संदिग्ध काल, एसएमएस नजरअंदाज करें
बीएसएनएल के एसडीई एसएन शर्मा कहते हैं कि संदिग्ध कॉल और एसएमएस को नजरअंदाज करना ही बेहतर हैै। बैलेंस कटने के पीछे कई बार टेक्निकल फाल्ट भी कारण हो सकता है।

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