
शिमला : एसएफआई की राज्य कमेटी के आह्वान पर शनिवार को प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालय में एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किए और कुलपति का पुतला फूंका। इस दौरान संगठन ने स्नातक कक्षा के परीक्षा फार्म के दामों में वृद्धि और छात्रों की अन्य समस्याओं को दूर करने पर विफल रहने पर कुलपति को जिम्मेदार ठहराया। एसएफआई के राज्य सचिव खुशी वर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर जल्द एसएफआई एक चार्जशीट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपेगी। उन्होंने कहा कि एसएफआई मांग करती है कि विश्वविद्यालय के कुलपति को तुरंत पद से हटाया जाए।
इसके अलावा प्रदेश विश्वविद्यालय में भी छात्रों की समस्याओं को लेकर शनिवार को एससीए ने कुलपति का पुतला फंूका। इस दौरान एससीए सहित एसएफआई के कार्यकत्र्ताओं ने विश्वविद्यालय में पुस्तकालय के समीप जोरदार प्रदर्शन किया और कुलपति हटाओ, विश्वविद्यालय बचाओ नारा बुलंद किया। एससीए ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई उचित कदम नहीं उठाया है। एससीए अध्यक्ष राहुल चौहान ने कहा कि होस्टल की समस्याओं को दूर करने के अलावा फीस वृद्धि मामले पर अडिय़ल रवैया अपनाएं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन विजन 2020 के नाम पर छात्रों पर आर्थिक भार डालने का प्रयास कर रहा है लेकिन छात्र समुदाय के आंदोलन के चलते 10 गुना फीस वृद्धि का प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन लागू नहीं कर पाया है लेकिन जो फीस वृद्धि की गई है उसे एससीए वापस लेने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि होस्टल मैस को-आप्रेटिव सिस्टम के तौर चलाने की मांग अभी तक पूरी नहीं हुई है और नॉन सबसिडाइज्ड सीटों में वृद्धि कर छात्रों पर आर्थिक भार डाला गया।