
इशारों इशारों में मुलायम सिंह यादव को देश का अगला प्रधानमंत्री बनने की बात कहने वाले वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी के वचनों से कांग्रेस में बेचैनी बढ़ गई है। अपने दाएं-बाएं मुलायम सिंह यादव और उनके पुत्र अखिलेश यादव को बैठाकर तिवारी ने खुलेआम कांग्रेस की किरकिरी कर दी है।
लिहाजा, कांग्रेस अनजान बन गई है कि वह पार्टी के सदस्य है या नहीं? तिवारी के बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने शनिवार को कहा कि मुझे यह नहीं मालूम कि वह पार्टी के सदस्य हैं या नहीं क्योंकि वह गवर्नर रह चुके हैं। गवर्नर रहने के बाद वह पार्टी के मेंबर बने या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है।
अल्वी ने कहा कि जहां तक देश का प्रधानमंत्री बनने की बात है तो देश का पीएम वही होगा जिसके पास लोकसभा का बहुमत होगा। चुनाव 2014 में हैं। फैसला देश की जनता करेगी कि अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। तिवारी का कांग्रेस सदस्य होने पर ही सवाल खड़ा कर पार्टी ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री को करारा जवाब देने की कोशिश की है।
मगर अंदर ही अंदर तिवारी के वचनों से पार्टी असहज महसूस कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि जब सरकार का भविष्य संकट में है तब तिवारी ने ऐसा बयान देकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। तिवारी के इस बयान के बड़े राजनीतिक मायने निकाले जा रहे है।
उच्च जाति के वोटों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश में जुटे मुलायम सिंह यादव के लिए तिवारी के वचन काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव तक अगर एनडी के यह बोल जारी रहे तो कांग्रेस को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। शायद इसी वजह से बुजुर्ग कांग्रेसी नेता को लेकर कांग्रेस तल्ख हो गई है।