
बीजिंग: चीन के शीर्ष पद पर आसीन हुए ‘वंशानुगत’ साम्यवादी शी चिनफि़ंग का व्यक्तित्व बाहरी दुनिया के लिए तो रहस्यमयी है ही और करीब 1.3 अरब की आबादी वाला उनका देश भी अपने नए नेता को उनके क्रांतिकारी पिता और अत्यंत लोकप्रिय गायिका पत्नी की वजह से अधिक जानता है। भारत-चीन संबंधों, तिब्बत मुद्दे, वैश्विक अर्थव्यवस्था या जलवायु परिवर्तन पर पांचवी पीढ़ी के नेता 59 वर्षीय शी के विचारों के बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते।
रसायन इंजीनियरिंग करके राजनीति में आए शी 2008 से उप राष्ट्रपति थे। एक सप्ताह तक चली सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की आज ही संपन्न हुई 18 वीं कांग्रेस में शी को पार्टी का महासचिव बनाया गया। अगले साल मार्च में वह 69 वर्षीय हू जिंताओ की जगह राष्ट्रपति का पदभार भी संभाल लेंगे।
शी सितंबर माह में करीब दो सप्ताह तक ‘लापता’ रहे और देश के दौरे पर आई अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन तथा अन्य विदेशी अधिकारियों से उनकी निर्धारित मुलाकातें रद्द कर दी गई। इससे उनके स्वास्थ्य और सीपीसी (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) में अंदरूनी कलह की अटकलें तेज हो गई। चीन के तमाम नेताओं की तरह शी के जीवन के ब्यौरे के बारे में भी वहां की सरकार ने कोई खास जानकारी नहीं दी है।लंबे गृह युद्ध के पश्चात चीन में कम्युनिस्ट शासन स्थापित होने के चार साल बाद 1953 में शी का जन्म हुआ था।