आनी में 15:15 खाद का संकट

आनी (कुल्लू)। एक साल से हिमफेड डिपुओं में 15:15 खाद नहीं मिल रही है। इसके चलते सेब बागवानों को परेशानी हो रही है। बगीचे के लिए रामबाण मानी जाने वाली 15:15 खाद क्षेत्र के सैकड़ों बागवान प्रयोग करते हैं। बीते वर्ष भी यह खाद डिपुओं में नहीं आई थी। इस वर्ष भी खाद आने के बहुत कम आसार हैं।
क्षेत्र के बागवान ज्ञानचंद शर्मा, महेंद्र कायथ, चुन्नी लाल, संतोष कुमार, संजय कायथ, किशोरी लाल, तारा चंद, हरीदत्त का कहना है कि 15:15 खाद सरकार को डिपुओें में उपलब्ध करवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते वर्ष से यह खाद हिमफेड डिपुओं में नहीं आने से सैकड़ों बागवानों को भारी किल्लत का सामना करना पड़ा। इस बार भी खाद न मिलने से बागवान इसी स्थिति से गुजर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि 15:15 खाद डिपो में शीघ्र मुहैया करवाई जाए, जिससे बागवान इसको बगीचे में डाल सकें। अगर खाद जल्द मुहैया नहीं कराई गई तो सरकारी उपक्रम के खिलाफ बागवानों को कठोर कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यहां जब सुपर फास्फेट, पोटाश, कैन खाद उपलब्ध है, तो इस खाद को उपलब्ध कराने में इतनी लापरवाही क्यों बरती जा रही है? यह बागवानों के साथ अन्याय नहीं है तो और क्या है? उधर, हिमफेड निगम प्रभारी ज्ञान मेहता का कहना है कि 15:15 खाद पिछले साल भी डिपुओं में नहीं आ पाई है, जबकि इस वर्ष भी यह खाद नहीं आई है। उन्होंने कहा कि खाद की डिमांड भेजी है। जब आएगी तो बागवानों को दे दी जाएगी। दूसरी सभी तरह की खाद यहां उपलब्ध है

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