
शिलाई (सिरमौर)। आंगनबाड़ी भवन निर्माण के लिए ग्रामीणों की ओर से दी गई जमीन की रजिस्ट्री विवादों में घिर गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह भवन ऐसी जगह पर बनाया जा रहा है जो बच्चों को एक किलोमीटर दूर पड़ता है। ऐसे में छोटे-छोटे बच्चे कैसे आंगनबाड़ी केंद्र पहुंच पाएंगे। दोनों गांवों के दो दर्जन व्यक्तियों ने इस बात पर एतराज जताया है। विभाग के अधिकारी कह रहे है कि उन्होेंने जगह चयन कर ली है। मामले की शिकायत भी की गई है। पंदोग मानल निवासियों ने यह आरोप बाल विकास विभाग पर लगाए हैं।
यहां के निवासी अमर सिंह, बिजेंद्र सिंह, जालम सिंह, दया राम, दिनेश, विजय, खजान सिंह, मानल निवासी खत्तर सिंह, दलीप सिंह, अमर सिंह, सूरत सिंह, यशपाल, चंद्र सैन, कुंदन सिंह, रघुवीर सिंह नेगी, भगत सिंह, अमर सिंह व राममाज नेगी समेत दो दर्जन व्यक्तियों ने आरोप लगाया है।
विभाग गांवों के चंद लोगों को लाभ देने के लिए गलत जगह पर भवन निर्माण करवा रहा है। उन्होंने शिकायत की तो जिला परियोजना अधिकारी मौके पर आए। इस दौरान दोनों गांव के लोगों से जब जिला परियोजना अधिकारी ने ग्रामीणों से सहमति मांगी तो विभाग की ओर से चयनित की गई जगह पर मात्र पांच व्यक्तियों की सहमती पाई गई। अन्य उस जगह से असंतुष्ट रहे। ग्रामीणों का कहना है कि उसके बाद भी विभाग उस जगह को चयन कर रहा है।
इस संबंध में जिला बाल विकास परियोजना अधिकारी नाहन आरके शर्मा ने बताया कि वह मौके पर गए व दोनों गांवों की बैठक में बताया गया कि जब तक ग्रामीणों की सहमति नहीं बनती विभाग भवन के लिए धन नहीं देगा। जो धन उनके पास उपलब्ध है उसे अन्य जगह स्थानांतरित कर दिया जाएगा।