अमेरिका होगा सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश

लंदन:अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी आईईए ने कहा है कि अगले पांच साल में सऊदी अरब और रुस को पछाड़ते हुए अमेरिका कच्चे तेल का उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा देश बन जाएगा। आईईए के मुताबिक वर्ष 2017 तक अमेरिका कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश होगा। उत्तरी अमेरिका क्षेत्र वर्ष 2030 तक कच्चे तेल का निर्यात करने लगेगा और वर्ष 2035 तक अमेरिका इस मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाएगा। आईईए ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका में कच्चे तेल का आयात लगातार घट रहा है। फिलहाल अपनी जरुरत का 20 प्रतिशत कच्चा तेल ही अमेरिका आयात करता है।

अमेरिका कच्चे तेल का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है। अमेरिका में ऊर्जा संबंधी तकनीकी घटनाक्रम का व्यापक असर होगा। इससे पहले आईईए ने कहा था कि वर्ष 2035 तक सऊदी अरब कच्चे तेल का सबसे बड़ा उत्पादक देश बना रहेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका में औद्योगिक संस्थान वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ रहे हैं। अमेरिकी औद्योगिक संस्थाओं की निर्भरता गैस और सौर ऊर्जा तथा बिजली पर बढ़ रही है । इससे तैयार माल की कीमत में कमी आती है। आईईए के फातीह बिसेल ने कहा है कि वर्ष 2015 तक गैस उत्पादन में रुस को पीछे छोड़ते हुए अमेरिका सबसे बड़ा उत्पादक देश बन जाएगा।

वर्ष 2017 तक सबसे बड़ा कच्चा तेल उत्पादक देश होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके व्यापक भू-राजनीतिक प्रभाव पश्चिमी एशिया में अमेरिकी हितों की समाप्ति होने से क्षेत्र में तनाव और ङ्क्षहसा में वृद्धि होगी। उधर अमेरिका की निर्भरता वर्ष 2035 तक कोयला और कच्चे तेल पर से घटकर गैस पर बढ़ जाएगी। इससे उत्पादित ईंधन या ऊर्जा सस्ती होगी जिससे औद्योगिक और घरेलू मांग में इजाफा होगा। आईईए ने कहा कि अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन वर्ष 2015 तक एक करोड़ बैरल प्रति दिन और 2020 तक एक करोड़ 11 लाख बैरल प्रतिदिन तक बढ़ जाएगा। हालांकि वर्ष 2035 तक यह घटकर 92 लाख बैरल प्रतिदिन रह जाएगा।

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