
नई दिल्ली: कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से अपने रिटर्न को लेकर नोटिस मिलने के बाद 11 करोड़ रुपये अघोषित आय का ब्यौरा देने के साथ-साथ 3.26 करोड़ रुपये का टैक्स भी जमा किया है। इस मामले का निपटारा करने के लिए वे अब इनकम टैक्स सेटलमेंट कमिशन (आईटीएससी) का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
उन्होंने कमिशन से इस मामले में खुद को जांच के दायरे से दूर रखने की गुहार लगाई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया, मेरे रिटर्न में अतिरिक्त इनकम का जिक्र नहीं किया गया था। जो शख्स मेरा अकाउंट देखता है, उसने हिसाब लगाने में गड़बडी की थी। यह लापरवाही उसकी ओर से बरती गई है।
दूसरी तरफ, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा कि सिंघवी द्वारा घोषित 11 करोड़ का ब्यौरा सही नहीं है। डिपार्टमेंट ने अनुमान लगाया है कि सिंघवी के पास इससे अधिक राशि है। हालांकि सिंघवी ने कहा कि 11 करोड़ की राशि का ब्यौरा साल 2010-11 की शुरुआत से अब तक तीन असेसमेंट में है। विभाग पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रहा है।