जम्मू
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में संचालित आतंकी कैंपों में कोरोना का संक्रमण हो चुका है। इसके चलते वहां प्रशिक्षण ले रहे कश्मीरी दहशतगर्द चपेट में आ सकते हैं और कुछ की मौत भी हो सकती है। यह बात प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक दिलबाग सिंह ने कही है।
दिलबाग सिंह ने एक फोन काल का हवाला देते हुए आशंका जताई कि हताश आतंकवादी घुसपैठ करने और घाटी में घातक वायरस को फैलाने की कोशिश करेंगे।
डीजीपी का यह बयान खुफिया एजेंसियों के उस रहस्योद्घाटन के बाद आया है जिसमें एजेंसियों ने कहा था कि पाकिस्तान कोरोना संक्रमित आतंकवादियों को कश्मीर में धकेल रहा है।
ऐसी खबरें हैं कि पाकिस्तान के एक कैंप में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे आतंकी ने कश्मीर में रह रहे अपने परिवार के सदस्यों को फोन कर बताया था कि वहां कुछ लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। डीजीपी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण भीड़ से बचने के लिए आतंकियों के शव दफनाने की प्रक्रिया को बदल दिया गया है। शवों को भीड़ से दूर दफनाया जा रहा है।
डीजीपी पहुंचे अनंतनाग और श्रीनगर
डीजीपी पुलिस दिलबाग सिंह ने बुधवार को श्रीनगर सेक्टर सीआरपीएफ मुख्यालय निशात और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के उरनहाल स्थिति डीआईजी सीआरपीएफ 90वें बटालियन का दौरान किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सुरक्षा और कोरोना वायरस की स्थिति से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों का जायजा लिया।
निशात में उन्होंने सीआरपीएफ जवानों को भी संबोधित किया। डीजीपी ने मंगलवार को नवाकदल के सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई दी। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बलों के संयुक्त प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए सीआरपीएफ की क्विक एक्शन टीम को भी सम्मानित किया। उनके साथ आईजीपी कश्मीर विजय कुमार, आईजीपी सीआरपीएफ श्रीनगर पीके पांडेय भी मौजूद थे।