सार
- परीक्षा के दौरान छात्रों को नहीं होगी कलाई घड़ी पहनने की अनुमति
विस्तार
सीबीएसई 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं। परीक्षाओं की तैयारियों के मद्देनजर स्कूलों को लगातार दिशा-निर्देश भेजे जा रहे हैं। इसी कड़ी में बोर्ड ने ओटीपी का पैटर्न लागू किया है। इसका ट्रायल हो चुका है। बैंक के लॉकर से प्रश्नपत्र हासिल करने के लिए प्रिंसिपल के मोबाइल पर आया ओटीपी बताना होगा।वहीं, सीबीएसई ने इस साल सीटीईटी की तर्ज पर बोर्ड परीक्षाओं में भी किसी भी तरह की घड़ी पहनकर जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही सभी स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वह हर परीक्षा कक्ष में एक दीवार घड़ी लगाएं, ताकि छात्रों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
क्लॉक रूम में जमा करानी होगी घड़ी
हर परीक्षा केंद्र की दीवार घड़ी का खर्च सीबीएसई की ओर से वहन किया जाएगा। इसके बाद भी अगर कोई छात्र परीक्षा केंद्र तक कलाई घड़ी पहनकर आ जाता है तो उसे क्लॉक रूम में यह घड़ी जमा करानी होगी।
विशेष बच्चे ले जा सकेंगे कैलकुलेटर
इवेल्यूएशन में कोई बहाना इस बार नहीं चलेगा
बोर्ड परीक्षा के साथ ही मूल्यांकन को लेकर भी बेहद गंभीर है। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि इस बार इवेल्यूएशन में किसी भी तरह का बहाना नहीं चलेगा। केवल तभी छूट मिलेगी, जबकि वाजिब वजह और उससे जुड़े कागजात होंगे। बोर्ड ने इवेल्यूशन में टीचर न भेजने वाले स्कूलों पर पांच लाख रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान भी किया है।