भारतीय वायुसेना में उच्च पदस्थ सूत्रों ने यह जानकारी दी है। भारत और इस्राइल के बीच इस साल जून में हस्ताक्षर किए गए लगभग 300 करोड़ रुपये के अनुबंध के तहत यह बम भारत को दिए जा रहे हैं।
इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अगले महीने यानी सितंबर में भारत आएंगे। माना जा रहा है कि सितंबर के दूसरे सप्ताह में होने वाली उनकी इस यात्रा के दौरान अवाक्स (एयरबॉर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) और हवा से हवा में मार करने वाली डर्बी मिसाइल का सौदा भी हो सकता है। भारतीय वायुसेना को डर्बी मिसाइलों की आवश्यकता भी है।
उम्मीद की जा रही है कि नेतन्याहू के दौरे में अवाक्स और डर्बी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण रक्षा सौदों को अमली जामा पहनाया जा सकता है। बता दें कि 17 सितंबर को ही इस्राइल में आम चुनाव हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नेतन्याहू का यह भारत दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
फिलहाल भारत के पास पांच अवाक्स सिस्टम हैं। भारत दो और अवाक्स सिस्टम खरीदना चाहता है। युद्ध के हालात बनने पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भारत की योजना ये अवाक्स सिस्टम रूसी विमान ए-50 पर लगाने की है। इस प्रस्ताव को कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है। बता दें कि पाकिस्तान के पास चीन के सात अवाक्स सिस्टम हैं।