अरबपति निकला एमपी का अफसर
मध्य प्रदेश में लोकायुक्त ने जब भोपाल के एक ज्वाइंट डायरेक्टर (राजस्व) के घर छापा मारा तो उसके पास दो कारखाने थे, होटल था, नौ आवासीय प्लॉट थे, मकान थे, जमीनें थी। वह करीब सौ करोड़ रुपए की संपत्ति का मालिक निकला।
लोकायुक्त के अधिकारियों का कहना है कि अभी मामला विवेचनाधीन है। एक दिन पहले ही उज्जैन में लोकायुक्त छापे में एक पटवारी के यहां से करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई थी। ये घटनाएं मध्य प्रदेश के राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार की स्थिति बयान करती हैं।
सरकारी बाबू के घर से निकली रुपयों की ‘खान’
होटल का भी मालिक है अफसर
लोकायुक्त पुलिस के मुताबिक द्विवेदी के पास जो संपत्ति मिली है उसमें 15 बैंक खाते, दो लॉकर, 2 कारखाने, गोविंदपुरा और मंडीदीप में पाए गए। उनका भोपाल के एमपी नगर में गुड स्टे नाम का होटल भी है।
सरकारी बाबू के घर से निकली रुपयों की ‘खान’
9 प्लॉट के मालिक
द्विवेदी के�आकृति इको सिटी में दो प्लॉट, शाहपुरा के सेक्टर सी में एक प्लॉट, महावीर नगर में एक प्लॉट, शिवकुंज नगर में 4 प्लॉट, मानसरोवर कॉलोनी में एक घर और एक प्लॉट, एमएलए क्वॉटर्स में एक दुकान, ब्लू बर्ड कॉलोनी में दो दुकान का स्वामित्व पाया गया।
सरकारी बाबू के घर से निकली रुपयों की ‘खान’
उच्च पदों पर रहे हैं जनाब
इस समय वो राजस्व विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर थे और इससे पहले गैस राहत विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर थे। द्विवेदी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग में उपायुक्त भी रहे।