
काईस (कुल्लू)। धार्मिक नगरी मणिकर्ण घाटी के साथ सटी पीणी-तलपीणी पंचायतों के तहत आने वाले करीब 17 गांव सड़क से जुड़ेंगे। ग्रामीणों का दशकों से देख रहे सड़क का सपना जल्द साकार होने रहा है। लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण को लेकर कमर कस ली है।
पंद्रह किलोमीटर लंबी शारणी-पीणी तक 8.51 करोड़ रुपये से सड़क का निर्माण होगा। सड़क सुविधा से वंचित चल रही पीणी-तलपीणी पंचायतों के 17 गांवों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। सड़क न होने से बीमारी के दौरान मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। सड़क से महरूम पीणी और तलपीणी पंचायतों के कई गांवों के मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। इलाके में फल-सब्जी उत्पादकों को अपने फल एवं सब्जियाें को विपणन के लिए बाजार तक पहुंचाने में भी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं।
उत्पाद को मंडियों तक पहुंचाने में किसानों और बागवानों को कमाई से ज्यादा हिस्सा भाड़े के रूप में खर्च करना पड़ता है। खैर, अब घाटी के लोगों का सपना साकार होने जा रहा है। शारणी से पीणी तक फाइनल अप्रूवल मिलते ही सड़क का निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा। इस सड़क के बन जाने से घाटी के तलपीणी, कसलादी, शायटा, टिकर, कजियारी, रसोलीबेहड़, शारणी, ढनाली, थडे़ई, बनाणा, रोपासेरी,अप्पर बनाशा, बनाशा, बेगटा, फलाटी, गिरवाकोठी, भागटा, कराड़ गांव के हजारों ग्रामीण लाभान्वित होंगे।
लोनिवि के अधिशासी अभियंता अनिल शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण को लेकर अभी टेंडर वर्क का कार्य बाकी है। फाइनल अप्रूवल मिलते ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।