काईस (कुल्लू)। काईस क्षेत्र में 28 जनवरी को देवविधि अनुसार जौ अनाज को देवफूल के लिए बीजा जाएगा। फाल्गुन संक्रांति के मौके पर जौरे नामक फूल देकर देवता थिरमल नारायण का हारियान भव्य स्वागत करेंगे। कारकूनों से मिली जानकारी के अनुसार जौरे नामक फूल 15 दिन तक देववर्तन में बंद रहेंगे। 28 जनवरी से काईस क्षेत्र के धार्मिक कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध लगेगा। क्षेत्र के सात हारियान गांव अधिष्ठाता देवता थिरमल नारायण के आदेशों का पालन करेंगे। देवता थिरमल नारायण के कारदार तोत राम ठाकुर ने कहा कि इस दिन देवता के मुख्य कारकरिदें देवविधि अनुसार किसी विशेष पात्र में जौ मिट्टी बीजेंगे। फाल्गुन संक्रांति तक उसकी पूजा करेंगे। उन्होंने बताया कि फाल्गुन संक्रांति को जब देवता थिरमल नारायण हारियानाें को देवरथ के रूप में दर्शन देंगे तो हारियान जौरे फूल देकर उनका स्वागत करेंगे। 28 जनवरी से धारा, घौठ, बनोगी, काईस, तांदला, सोयल सहित कोटाधारा गांवों में पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। कारदार ने कहा कि सदियों से हारियान देव परंपराओं का पालन करते आए हैं।
Related posts
-
हिमाचल के पहाड़ो पर बर्फबारी, भारी बारिश का अलर्ट, बागवानों की बढ़ी टेंशन
प्रदेश में बदली मौसम की फ़िज़ा सैलानियों को खूब रास आ रहा यहाँ का मौसम ।... -
हिमाचल की इन पहाड़ियों पर हिमपात, जानिए कब तक रहेगा ऐसा मौसम
मैदानी क्षेत्रो के साथ साथ पहाड़ी क्षेत्रो में भी बढ़ने लगा था तापमान । इस दौरान... -
हिमाचल के इन जिलों के लोग मुफ्त बिजली के लिए होंगे पात्र, केंद्र सरकार से मिली सहमति
प्रधानमंत्री सूर्या घर मुफ्त बिजली योजना से मंडी, कुल्लू व लाहौल क्षेत्र के 38 हजार घर...