हमीरपुर के दुग्ध उत्पादक पहुंचे रामपुर

रामपुर बुशहर। एकीकृत सहकारी विकास परियोजना हमीरपुर के तत्वावधान में दुग्ध उत्पादक सहकारी सभाओं के सदस्यों ने दूध उत्पादन के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके लिए सहकारी सभा के करीब 32 सदस्यों को तीन दिन के दौरे के दौरान रामपुर और सोलन के कुनिहार में विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
मिल्कफेड के निदेशक चांद किशोर, परियोजना विकास अधिकारी रमेश शर्मा, कुलदीप शर्मा और मनमोहन शर्मा की अगुवाई में दुग्ध उत्पादकों ने दत्तनगर स्थित प्रदेश के पहले मिल्क पाउडर प्लांट का दौरा किया जहां पाउडर बनाने की तकनीक के बारे में जानकारी ली। निदेशक चांद किशोर ने बताया कि सदस्यों को भ्रमण के दौरान विभिन्न संस्थाओं की ओर से अपनाई जा रही तकनीक और अन्य संबंधित प्रक्रिया सिखाई गई। उन्होंने दूध की क्षमता को बढ़ाने तथा दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने के बारे में भी आवश्यक जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि इससे न केवल सदस्यों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी बल्कि रोजगार की भी बेहतर संभावनाएं उत्पन होंगी। दूसरी ओर सोलन के कुनिहार में सहकारी सभा की प्रमुख किरण कौंडल ने दूध के एकत्रीकरण और विपणन की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कुनिहार में स्वयंसेवी सहायता समूहों के माध्यम से करीब तीन हजार लीटर दूध एकत्रित किया जाता है। कैलाश भारद्वाज ने पुष्प उत्पादन बढ़ाने और उद्यान एवं कृषि को बेहतर बताने की तकनीक बताई। निदेशक चांद किशोर ने बताया कि आईएसडीपी के तहत जिले की दुग्ध सहकारी सभाओं के लिए करीब 71 लाख रुपये का प्रावधान रखा गया है जिसमें सहकारी सभाओं को 20 फीसदी अनुदान दिया जाएगा। इस योजना के तहत जिले में एक हजार लीटर क्षमता के दूध कूलर, दूध एकत्रण भवन, दूध विपणन प्रबंध हेतु वाहन, पाउच पैकिंग मशीन, कूल कक्ष, ऑटो कट जनरेटर तथा फर्नीचर और फिक्सचर आदि खरीदे जाएंगे।

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