स्वदेशी टीका पर चल रही है दिल्ली में तैयारी, फाइजर ने मांगी अनुमति, लेकिन नहीं हैं कोल्ड स्टोरेज

स्वदेशी टीका पर चल रही है दिल्ली में तैयारी, फाइजर ने मांगी अनुमति, लेकिन नहीं हैं कोल्ड स्टोरेज

नई दिल्ली
कोरोना वायरस का टीका आने की उम्मीद बढ़ने लगी है। देश की राजधानी में टीकाकरण की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। सरकार की कोशिश अभी टीके के भंडारण के लिए उपयुक्त बुनियादी सुविधा के विकास पर है। अधिकारियों का कहना है कि अमेरकि दवा कंपनी फाइजर सहित तीन कंपनियों का टीका अगले कुछ ही० सप्ताह में आ सकता है। फाइजर के लिए बहुत कम तापमान चाहिए और यह क्षमता उपलब्ध नहीं है। ऐसे में सरकार ने बाकी दो भारत बायोटेक और सीरम इंस्टिट्यूट के टीका की जरूरतों को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है।

दरअसल, दिल्ली में 20 से 25 फीसदी आबादी को टीका दिया जाना जरूरी है। करीब 50 लाख लोगों की सूची में 2 से तीन लाख स्वास्थ्य कर्मचारी ही हैं। इनके अलावा फ्रंट लाइन वर्कर और 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को भी सूची में शामिल किया है। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लिनिक, डिस्पेंसरी और अस्पतालों तक को टीकाकरण में इस्तेमाल करने की जानकारी भी दे चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि टीकाकरण को लेकर हमारे पास पर्याप्त इंतजाम हैं क्योंकि मिशन इंद्रधनुष, पोलियो इत्यादि टीकाकरण का अनुभव कोविड-19 में काफी काम आने वाला है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना के टीकाकरण में सभी कर्मचारियों को नहीं लगाया जाएगा। 30 से 40 फीसदी एएनएम कर्मचारियों को अन्य टीकाकरण के लिए भी रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि फाइजर कंपनी का जो टीका है उसे -70 डिग्री तापमान तक पर रखना पड़ता है जोकि देश के किसी भी राज्य के लिए संभव नहीं है।
11 जिलों में बन गया टीका कंट्रोल रुम
स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के सभी 11 जिलों में कोरोना वायरस के टीकाकरण को लेकर कंट्रोल रुम स्थापित हो चुके हैं। इनके अलावा हर जिलाधिकारी के अधीन एक टास्क फोर्स भी बनी है। इसके अलावा एएनएम कर्मचारियों को अगले दो सप्ताह में प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है जिसमें टैबलेट के जरिए कोविन एप का इस्तेमाल बताया जाएगा और फील्ड से ही पूरा डाटा अपलोड होगा।

ग्रामीण दिल्ली में भी अलग कंट्रोल रुम
बाहरी दिल्ली से सटे ग्रामीण इलाकों को लेकर भी सरकार की विशेष योजना है। बाहरी दिल्ली के आसपास के गांवों में टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर अधिकारियों ने अलग एक नीति तैयार की है। ग्रामीण क्षेत्रों में कंट्रोल रुम स्थापित किया है। यहां एसडीएम की निगरानी में समितियां तैनात हुई हैं जिनकी बैठक अगले सप्ताह से शुरू होगी।

स्वदेशी टीका की संभावना सबसे ज्यादा
टीका को लेकर राष्ट्रीय गतिविधियों से जुड़े दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यहां तक कहा है कि आने वाले दिनों में स्वदेशी टीका से उम्मीद सबसे ज्यादा है। भारत बायोटेक का यह टीका दो से आठ डिग्री तापमान पर सुरक्षित रह सकता है। यह व्यवस्था हमारे पास पहले से है। इसके अलावा यह टीका दो डोज में ही आधे से ज्यादा असर दिखाना शुरू कर देता है। गौर करने वाली बात यह भी है कि अब तक इस टीका के बड़े दुष्प्रभाव नहीं मिले हैं। ऐसे में पूरी संभावना है कि केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी सबसे पहले भारत बायोटेक को मिलने वाली है।

 

Related posts