सीमा पर फिर फायरिंग, 2500 आतंकी घुसपैठ को तैयार

नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तनाव पैदा करने के पीछे पाकिस्तान के इरादे अब साफ हो गए हैं। सीमा पर करीब 2500 आतंकी मौजूद हैं, जिन्हें पाकिस्तान भारत में घुसाना चाहता है। इन्हीं आतंकियों को सीमा पार कराने के उद्देश्य से पाकिस्तान भारतीय सैन्य चौकियों पर फायरिंग कर रहा है। यह दावा खुफिया सूत्रों ने किया है।

इस बीच रविवार को लगातार पांचवें दिन पाकिस्तान ने कृष्णा घाटी सेक्टर में सीज फायर का उल्लंघन किया। सेक्टर में पाकिस्तान ने भारत की तीन चौकियों पर शाम साढ़े छह बजे अचानक गोलीबारी शुरू कर दी।

सूत्रों के अनुसार पाक सेना भारत में घुसने की कोशिश कर रहे आतंकियों को ‘कवर फायर’ दे रही है। इन आतंकियों के साथ आईएसआई की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के सदस्यों के होने की भी आशंका है, जिन्हें भारतीय सेना के जवानों की हत्या करने का जिम्मा सौंपा गया है।

गौर करने वाली बात यह है कि अपने नापाक इरादों के साथ पाकिस्तान हमेशा की तरह दोमुंहापन दिखाते हुए सोमवार को फ्लैग मीटिंग करने की भी तैयारी कर रहा है। यह मीटिंग ब्रिगेडियर स्तर की होगी।

सूत्रों के अनुसार पाक अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के अन्य सीमावर्ती इलाकों में 42 आतंकी शिविर इस समय हैं। इनमें से 25 पाक के कब्जे वाले कश्मीर में और 17 पाकिस्तान के अन्य सीमावर्ती इलाकों में हैं। इन ठिकानों में 2500 आतंकी मौजूद हैं। जिन्हें हथियार चलाने और आतंक फैलाने की ट्रेनिंग दी गई है।

सरकारी सूत्रों के अनुसार इस साल अभी तक 90 से ज्यादा पाकिस्तानी आतंकी भारत में घुस चुके हैं। जबकि 250 बार सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें हो चुकी हैं।

रविवार को लगातार पांचवें दिन पाकिस्तान ने कृष्णा घाटी सेक्टर में सीज फायर का उल्लंघन किया। सेक्टर में पाकिस्तान ने भारत की तीन चौकियों पर शाम साढ़े छह बजे अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। जो खबर लिखे जाने तक जारी थी। पाकिस्तानी हरकत का भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तान ने एलओसी पर सेना की अग्रिम चौकियों छज्जा, क्रांति वन और क्रांति टू को निशाना बनाया।

इस बीच चीफ ऑफ द स्टाफ मेजर जनरल राजेश आर्य ने कहा कि सेना किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है। उन्होंने बताया कि सोमवार को पुंछ के चक्का दा बाग में भारत-पाक के ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग रखी गई है। इसमें भारत सीमा पर लगातार सीज फायर के उल्लंघन के अलावा आठ जनवरी को दो सैनिकों की बर्बरतापूर्ण हत्या पर जवाब मांगेगा।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल आरके पलटा के अनुसार, शनिवार रात को शुरू हुई फायरिंग रविवार सुबह तक चलती रही। भारत की सात चौकियों पर पाक सेना की ओर से फायरिंग की गई। एलओसी पर केजी सेक्टर में संदिग्ध गतिविधियां भी देखी गईं। करीब एक दर्जन लोग सीमा पर घूमते देखे गए। फायरिंग की आड़ में संदिग्ध घुसपैठ करने की फिराक में थे। लेकिन भारत की ओर से फायरिंग के बाद ये दुबक गए और अंधेरे का लाभ उठाकर गायब हो गए।

सीज फायर: बढ़ती गई पाक की हिमाकत
बीते चार वर्षों में पाकिस्तान की तरफ से सीज फायर का उल्लंघन लगातार बढ़ता गया है। जो इन दिनों चरम पर है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 2009 में पाकिस्तान ने 28 बार सीज फायर का उल्लंघन किया था, जबकि 2010 में इसकी संख्या 44 थी।

2011 में पाकिस्तान की तरफ से गोलाबारी की 51 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि पिछले साल (2012) सीमा पार से 71 बार फायरिंग और गोलाबारी हुई। पिछले साल की घटनाओं में इंडो-पाक बॉर्डर पर चार सैनिकों समेत सात लोग मारे गए। जबकि 15 घायल हुए।

ऐसे ही शुरू हुआ था कारगिल युद्ध
1999 में कारगिल युद्ध की शुरुआत के हालात भी ऐसे ही थे, जब पाकिस्तान ने एलओसी पर आतंकियों और अपने सैनिकों की भारतीय सीमा में घुसपैठ कराई थी। इस बार फिर वह अपनी करतूत दोहरा रहा है। तब भी पाकिस्तान सोच रहा था कि हालात बिगाड़ कर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान कश्मीर की तरफ खींचेगा और इस बार भी वह अमेरिका तथा यूरोपीय देशों से वर्तमान तनाव के बीच हस्तक्षेप की अपील कर चुका है।

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