सीएनजी स्टेशन स्थापित होंगे प्रदेश में,प्रमुख शहरों को मिलेगी सुविधा

सीएनजी स्टेशन स्थापित होंगे प्रदेश में,प्रमुख शहरों को मिलेगी सुविधा

हिमाचल के शेष बचे छह जिलों में भी सस्ती पीएनजी (पाइप्ड नैचुरल गैस) व सीएनजी पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड से मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर जिले में करीब 160 करोड़ रुपये की परियोजना को हरी झंडी मिली है। इसके तहत मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले पीएनजी व सीएनजी से लैस किए जाएंगे। मंडी जिले में मंडी शहर व सुंदरनगर में पीएनजी के लिए सर्वे हो चुका है। जबकि सीएनजी स्टेशन खोलने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा अन्य जिले में सीएनजी स्टेशन खोलने के लिए जमीन की तलाश जा रही है।

मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिले की परियोजना चरणबद्ध तरीके से गैसोनेट कंपनी धरातल पर 10 वर्षों में उतारेगी। प्रथम चरण में सुंदरनगर व मंडी शहर में एलपीजी गैस सिलिंडर के मुकाबले सस्ती पीएनजी उपलब्ध होगी। जबकि मंडी व कुल्लू जिले में प्रथम चरण में सीएनजी स्टेशन का काम चल रहा है। मनाली में सीएनजी स्टेशन लगभग तैयार है। जबकि भुंतर में आने वाले समय में सीएनजी स्टेशन खुलेगा। कंपनी ने सुंदरनगर में कार्यालय खोल दिया है। चरणबद्ध तरीके से परियोजना के तहत आने वाले समय जिले पीएनजी व सीएनजी से जोड़े जाएंगे।

कंपनी प्रबंधन के सर्वे में सुंदरनगर में पीएनजी के लिए लाइन बिछाने के लिए मिट्टी ठीक पाई गई है। यही वजह है कि पीएनजी की शुरुआत सुंदरनगर से होगी। इसके बाद मंडी शहर की तरफ रुख किया जाएगा। सुंदरनगर व मंडी शहर में करीब 15 हजार पीएनजी कनेक्शन जारी करने का लक्ष्य कंपनी प्रबंधन ने रखा है। पहाड़ी जिले में पीएनजी घरों तक पहुंचाना कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। गैसोनेट कंपनी ने तय किया है कि मौके को देखते हुए सभी विधियों के अनुसार पाइप बिछाई जाएगी।

इस प्रोजेक्ट के तहत सबसे आखिर में लाहौल-स्पीति और किन्नौर में कार्य किया जाएगा। बता दें कि ऊना जिले में पीएनजी सप्लाई घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ताओं को दी जा रही है। हमीरपुर, बिलासपुर जिले में भी पीएनजी को लेकर आने वाले समय में काम शुरू होगा। जबकि सोलन, शिमला, सिरमौर जिले में भी पीएनजी को लेकर काम चल रहा है। बचे हुए जिलों में भी अब पीएनजी और सीएनजी से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है।
कांगड़ा व चंबा में चल रहा सर्वेकांगड़ा व चंबा में सीएनजी व पीएनजी को लेकर इन दिनों सर्वे चल रहा है। सर्वे के बाद धरातल पर स्थिति साफ होगी कि कहां क्या क्षमता है और क्या किया जा सकता है। पीएनजी शुरू होने पर मिलेंगी यह सुविधाएंपीएनजी सुविधा शुरू होने पर निर्धारित अवधि के बाद बिल आएगा। सुरक्षा के लिहाज से एलपीजी सिलंडर के मुकाबले पीएनजी अधिक सुरक्षित मानी जाती है। बार-बार सिलिंडर बदलने का झंझट भी खत्म होगा। सिलिंडर भरवाने की टेंशन भी उपभोक्ताओं को नहीं होगी।
कंपनी प्रबंधन को 160 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट हिमाचल के चार जिलों के लिए मिला है। यहां पर सीएनजी व पीएनजी को पहुंचाया जाएगा। इन दिनों प्रारंभिक चरण के कार्य चल रहे हैं। चरणबद्ध तरीके से काम करते हुए सुविधाएं चार जिलों के उपभोक्ताओं को पहुंचाई जाएगी।-बीएस नेगी, एमडी, गैसोनेट सर्विसेज एचपी लिमिटेड।

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