सरकारी महकमों में डेंगू की रोकथाम को लेकर आपसी खींचतान, सरकार की हो रही किरकिरी

सरकारी महकमों में डेंगू की रोकथाम को लेकर आपसी खींचतान, सरकार की हो रही किरकिरी

सोलन। औद्योगिक क्षेत्र परवाणू में डेंगू रोकथाम में स्थानीय निकाय स्वास्थ्य महकमे का साथ देने में कोताही बरतने लगे हैं। दूसरे विभाग भी लापरवाही पर उतर आए हैं। हालत ये है कि घरों में लारवा जांचने के लिए अभी तक औपचारिकताएं ही पूरी हो रही हैं। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग धर्मपुर से डेपुटेशन पर स्टाफ को परवाणू भेज रहा है। क्षेत्र के आसपास हेल्थ केयर सेंटरों में वर्कर के पद खाली हैं। इस कारण डेपुटेशन के सहारे कार्य चला हुआ है।
टीम धर्मपुर से जाकर परवाणू में दिन भर लारवा जांचती है लेकिन स्थानीय निकाय स्वास्थ्य विभाग का डेंगू की चेन को तोड़ने के लिए साथ नहीं दे रहे हैं। इसके चलते रोजाना डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्थानीय निकाय के सदस्यों को जब जांच के लिए बुलाया जाता है तो वे टालमटोल कर रहे हैं। अकेले स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ ही घर-घर जाकर जांच में मजबूर है।

बीते दिनों टास्क फोर्स की बैठक हुई थी। इसमें उपायुक्त ने सभी विभागों और स्थानीय निकायों को डेंगू की रोकथाम के लिए सख्ती से आदेशों के पालन के लिए कहा था। डेंगू के मामलों को लेकर लापरवाही बरतने पर कार्रवाई करने के फरमान जारी किए थे। इन निर्देशों के अनुसार परवाणू क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकाय की संयुक्त टीम मिलकर लोगों के घरों का निरीक्षण करेगी।
घरों में सफाई व्यवस्था के साथ पानी की स्टोरेज, घरों की टंकियों के ढक्कन या आसपास लारवा मिलने पर स्वास्थ्य विभाग को नोटिस जारी करने की हिदायत दी गई थी। नोटिस के सात दिन में सभी व्यवस्थाएं ठीक नहीं हाने पर व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने और संबंधित थाना और चौकी में एफआईआर दर्ज तक करने की हिदायत दी गई थी। बैठक के बाद जमीनी स्तर पर हालात कुछ और ही है।
हरियाणा में चिकित्सक पर गिर चुकी गाज
पड़ोसी राज्य हरियाणा के कालका में डेंगू के मामले में कोताही बरतने पर चिकित्सक पर गाज गिर चुकी है। टीमें घर-घर जाकर लारवा जांच रही हैं। कालका में घरों में लारवा मिलने पर 200 से अधिक घरों को नोटिस भी जारी हो चुके हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल के गृह क्षेत्र में डेंगू रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय निकाय एक-दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे हैं।
आठ पद खाली
क्षेत्र में लारवा जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास भी पूरा स्टाफ नहीं हैं। इसके चलते धर्मपुर से टीम को भेजा जा रहा है। इसके लिए बाकायदा रोस्टर बना हुआ है। इसके बाद ही आगामी कार्य किया जा रहा है। अभी तक लारवा को लेकर कोई नोटिस जारी नहीं हुआ है।
स्थानीय निकाय स्वास्थ्य विभाग का साथ देने में ढील बरत रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम रोजाना परवाणू में घर-घर जाकर लारवा की जांच कर रही है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।
-डॉ. राजन उप्पल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सोलन

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