शिमला और सोलन के निजी विवि पर पैसे लेकर डिग्रियां बेचने के आरोप में यूजीसी ने बिठा दी जांच

शिमला
सांकेतिक तस्वीर
हिमाचल के दो निजी विश्वविद्यालयों पर पैसे लेकर डिग्रियां बेचने के आरोप में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने जांच बिठा दी है। यूजीसी से पत्र मिलने के बाद सरकार ने डीजीपी को मामला सौंप दिया है। एक निजी विश्वविद्यालय शिमला और दूसरा सोलन में है। एक संस्थान पहले ही छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में फंसा है। राज्य निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग की सचिव पूनम ने बताया कि सरकार से मिले पत्र को जांच के लिए पुलिस को भेजा है। आयोग ने स्वयं भी संस्थानों से रिकॉर्ड तलब किया है। शिक्षा के नाम पर चल रहे फर्जीवाडे़ को लेकर बीते साल कुछ अज्ञात लोगों ने देश के 13 निजी विश्वविद्यालयों पर आरोप लगाते हुए यूजीसी को पत्र भेजा था।

यूजीसी ने संबंधित राज्यों की सरकार को पत्र लिखे। सरकार ने पत्र प्राप्त होने के बाद निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग को जांच के लिए कहा। अब आयोग ने प्रारंभिक पड़ताल करने के बाद मामला पुलिस को सौंप दिया है। संभावित है कि आगामी सप्ताह पुलिस मामला दर्ज कर लेगी। सोलन के विवि पर सात साल में चार से पांच लाख और शिमला के विवि पर 15 हजार फर्जी डिग्रियां बेचने का आरोप है। एजेंटों के माध्यम से विद्यार्थियों से मोटी रकम वसूल कर उन्हें डिग्रियां दी जा रही हैं। ऐसी डिग्रियां भी बेची जिनके कोर्स करवाने के लिए वे अधिकृत नहीं हैं।

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