रोहतांग दर्रा बहाल, छोटे वाहन दौड़ना शुरू

मनाली। बीआरओ के जवानों ने बर्फीली हवाओं के बीच दो फुट मोटी बर्फ की दीवार को हटाकर रोहतांग मार्ग बहाल कर दिया है। बीआरओ ने दो दिन के भीतर रिकार्ड समय में मार्ग की बहाल कर जिला कुल्लू और लाहौल घाटी को आपस में जोड़ दिया। शनिवार दोपहर बाद मार्ग बहाल होते ही रोहतांग दर्रे पर छोटे वाहन एक बार फिर दौड़ने लगे हैं। एचआरटीसी की बस सेवा हालांकि कुल्लू-केलांग मार्ग पर बंद ही रहेगी। लेकिन लाहौल और मनाली में फंसे लोगों को दर्रे के उस पार जाने में छोटे वाहनों की सुविधा फिलहाल मिलती रहेगी।
दो दिन पहले रोहतांग दर्रा सहित अन्य पर्वत श्रृंखलाओं में बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रा बंद हो गया था। बीआरओ का कहना है कि उन्होंने रोहतांग दर्रे के साउथ पोटर्ल पर चल रहे रोहतांग टनल के कार्य को देखते हुए दर्रे को शीघ्र बहाल करवाया है। इसके अलावा मनाली की तरफ से राहनीनाला के पास चल रहे सड़क कार्य को देखते हुए भी इस कार्य को अंजाम दिया गया। दर्रा की जल्द बहाली को देखते हुए बीआरओ ने मढ़ी स्थित ट्रांजिट कैंप में अपने जवानों के रहने की व्यवस्था की है।
सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल योगेश नायर ने बताया कि रोहतांग टनल के कार्य और राहनीनाला में सड़क की खराब हालत को देखते हुए दर्रे को बहाल करवाया है। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि दर्रे में हो रहे सड़क रिपेयर कार्य को देखते हुए सैलानियों के वाहनों को रोहतांग दर्रे की ओर न जाने दिया जाए। दूसरी ओर दर्रे के बहाल होने पर कोकसर और मढ़ी में स्थापित रेस्क्यू पोस्ट के जवान भी सतर्क हो गए हैं। कोकसर बचाव चौकी के प्रभारी लुदर चंद ने बताया कि दर्रा बहाल होते ही लाहुलियों की आवाजाही एक बार फिर शुरू हो गई है। राहगीरों को मौसम भांपकर कर ही दर्रा आरपार करने की हिदायत दी है।

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