मौसम फिर से तेवर दिखाएगा।

 झमाझम

मंडी में क्षतिग्रस्त मकान

शिमला – हिमाचल प्रदेश में मौसम फिर से तेवर दिखाएगा। मौसम विभाग की मानें तो मैदानी इलाकों सहित शिमला, कुल्लू, सोलन, सिरमौर, मंडी और चंबा में 16-17 अगस्त को भारी बारिश होगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के तहत 20 अगस्त तक अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। विभाग के पूर्वानुमान अगर सटीक बैठता है, तो अगामी दिनों के दौरान जनता को दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं। राज्य के मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बुधवार को भी बारिश हुई। बारिश से अधिकतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। ऊना व भुंतर के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट आई है। इसके अलावा सोलन, डलहौैजी में दो और शेष हिमाचल के अधिकतम तापमान में एक डिग्री तक की गिरावट आई है। मंगलवार शाम को राज्य के मैदानी व मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कई स्थानों पर बारिश हुई है। खेरी में सबसे अधिक 124 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गईर् है। इसके अलावा गोहर में 108, रेणुका में 97, नगरोटा सूरियां में 83 मिलीमीटर तक बारिश आंकी गई है। बारिश से अधिकतम तापमान में भी हल्की गिरावट आई है। तापमान में गिरावट के बाद राज्य में अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से कम आंका जा रहा है। मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने खबर की पुष्टि की है।

हमीरपुर-सिरमौर में कच्चे-पक्के मकान क्षतिग्रस्त

बारिश से राज्य के कई स्थानों पर मकानों को नुकसान पहुुंचा है। सिरमौर में एक पक्का मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुआ है और दो कच्चे मकानों का आंशिक नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा हमीरपुर में दो कच्चे मकानों को आंशिक नुकसान व कांगड़ा, बिलासपुर में एक-एक कच्चे मकानों का आंशिक नुकसान पहुंचने की सूचना है।

अभी भी 235 सड़कों पर पहिए जाम

प्रदेश के लिए बारिश फिर बनने लगी विलेन, नुकसान का आंकड़ा 385 करोड़ रुपए से पार

हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जनता फिर से जनता कोे दिक्कतोें में डालना शुरू कर दिया है। मगंलवार दिन  व रात के समय राज्य के कई स्थानों पर झमाझम बारिश हुई है। बारिश से राज्य में 235 मार्ग फिर से वाहनों की आवाजाही के लिए ठप पड़ गए है। भारी बारिश होने से प्रदेश में नदी-नालें उफान पर हैं, जगह-जगह हो रहा भू-स्खलन जनता पर भारी पड़ रहा है। हालांकि पिछले दिनों के दौरान मौैसम साफ रहने से जनजीवन पटरी पर लौटने लगा था, लेकिन फिर से मानसून के सक्रिय होने से 235 मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गए हैं। बारिश के कारण सबसे ज्यादा सड़कें मंडी जोन में प्रभावित हैं। मंडी जोन में 89 सड़कों पर यातायात ठप पड़ा हुआ है। शिमला जोन में 75, कांगड़ा में 47 और हमीरपुर में तीन मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध पड़े हुए हैं। पीडब्ल्यूडी का दावा है कि बंद पड़े मार्गों कोे 17 अगस्त तक वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया जाएगा। मानसून के दौरान अब तक बारिश से राज्य में 388 करोड़ का नुकसान हो चुका है। आपदा प्राधिकरण के तहत बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को हुआ है। लोक निर्माण विभाग को अब तक 256 करोेड़ की चपत लग चुकी है। आईपीएच विभाग को भी बारिश से 132 करोड़ का नुकसान हो चुका है। राज्य में अभी मानसून सक्रिय चल रहा है।

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